नई दिल्ली, एबीपी गंगा। साल का पहला चंद्र ग्रहण आज रात लगने जा रहा है। बीते साल 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगा था और अब चंद्र गहण लगने वाला है। भारत के अलावा चंद्र ग्रहण यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा।


क्या है चंद्र ग्रहण का समय?
चंद्र ग्रहण रात 10 बजकर 37 मिनट से 11 जनवरी रात 2 बजकर 42 मिनट तक लगेगा। खास बात है कि इस बार ये ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा।


क्या है चंद्र ग्रहण लगने की कथा?
हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण लगने के पीछे राहु केतु को बताया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और दानवों के बीच अमृत के लिए जबरदस्त युद्ध चल रहा था। भगवान विष्णु अमृत देवताओं को पिलाना चाहते थे इसीलिए उन्होंने मोहिनी नाम की सुंदर कन्या का रूप धारण किया। इस तरह उन्होंने अमृत को सभी में बराबर हिस्सों में बांटने पर राजी कर लिया। इसी दौरान भगवान विष्णु मोहिनी का रूप धारण कर अमृत लेकर देवताओं के पास पहुंचे और उन्हें पिलाने लगे।


इसी बीच राहु नाम का एक असुर अमृत के लिए देवताओं के बीच जाकर बैठ गया। जैसे ही राहु अमृत पीकर हटा तो भगवान सूर्य और चंद्रमा को इसका पता चल गया। ये बात भगवान सूर्य और चंद्रमा ने भगवान विष्णु को बता दी। नाराज विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से राहु की गर्दन धड़ से अलग कर दी, लेकिन राहु ने अमृत पी लिया था जिससे वो मरा नहीं। राहु का सिर और धड़ अलग हो गया था जिससे उसका सिर राहु और केतु नाम से जाना गया। कहा जाता है कि इसी घटना के बाद राहु केतु सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण लगाते हैं।