नोएडा, एबीपी गंगा। नोएडा के सस्पेंड किये गए एसएसपी वैभव कृष्ण के लेटर बम के बाद पूरा प्रशासन सहम गया है। वैभव कृष्ण ने जिस तरीके से ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर आरोप लगाए, उसके बाद उन्हें सर्विस रूल बुक का हवाला देते हुए ससपेंड कर दिया गया है। इस पूरे मामले पर एबीपी गंगा के खास बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि जो भी नैतिक मूल्यों से हटकर कार्य करेगा उसको दंड दिया जाएगा।


उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेसी (अफसरशाही) का एक कार्य करने का तरीका होता है। जनता के लिए काम करना उसका पहला लक्ष्य है और जो भी उन तरीकों को तोड़ता है और नैतिक मूल्यों से हटता है, तो सरकार उसके खिलाफ कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटती है।


लखनऊ और नोएडा में कमिश्नरी सिस्टम लागू होने की बात पर मुख्य सचिव ने  कहा कि ऐसा सुझाव आया है। सरकार इस पर विचार कर रही है। सुझाव आते रहते हैं और जो बेहतर होता है, उसके लिए हम कार्य करते हैं।


गौरतलब है कि योगी सरकार ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा के वरिष्ठ पुलिस आधीक्षक वैभव कृष्ण को निलंबित कर दिया। उनके साथ ही, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पांच आईपीएस अफसरों- अजयपाल शर्मा, सुधीर सिंह, हिमांशु कुमार, राजीव नारायण मिश्रा व गणेश साहा पर भी कार्रवाई करते हुए उन्हें हटाया गया है। बता दें कि सीएम योगी मुख्यमंत्री कार्यालय में भेजे गए गोपनीय पत्र के लीक होने से नाराज थे।


एसएसपी वैभव कृष्ण पर एक महिला के साथ चैट वायरल होने के मामले में कार्रवाई हुई है। वायरल चैट को लेकर गुजरात फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद ये कार्रवाई की गई है। लैब की रिपोर्ट में इन चैट्स को सही पाया गया है। जबकि, वैभव कृष्ण ने इन्हें फर्जी बताया था। हालांकि, लैब की रिपोर्ट में ये वीडियो एडिटेड और मार्फ्ड नहीं पाए गए।


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