लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हथियारबंद अपराधियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. फायरिंग के दौरान अजीत सिंह का एक साथी मोहर सिंह भी घायल हुआ है. इस दौरान एक डिलीवरी ब्वॉय को भी गोली लगी है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में एबीपी गंगा ने सबसे बड़ा खुलासा किया है.


सामने आए ये दो नाम
खुलासे में सामने आया है कि मामले में दो बड़े नाम सामने आ रहे हैं जिनमें कुंटू सिंह और गिरधारी शामिल हैं. बता दें कि कुंटू सिंह फिलहाल अजमगढ़ की जेल में बंद है और 2013 में बीएसपी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में शामिल रहा है. गिरधारी कुंटू सिंह का शूटर है जिसपर एक लाख का इनाम घोषित है. गिरधारी और इसी ने अन्य साथियों के साथ मिलकर अजीत सिंह की हत्या की है.


सर्वेश सिंह हत्याकांड में गवाह था अजीत सिंह
पूरा मामला बीएसपी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या से जुड़ा है. एबीपी गंगा ने बीएसपी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की पत्नी वंदना सिंह ने खास बातचीत की है. बातचीत में सामने आया कि सर्वेश सिंह हत्याकांड में अजीत सिंह चश्मदीद गवाह था. सर्वेश सिंह की हत्या के मामले में चार दिन बाद अजीत सिंह की गवाही होनी थी.


सीएम योगी से की थी मुलाकात
एबीपी गंगा से बातचीत में वंदना सिंह ने बताया कि अजीत को गवाही न देने के लिए धमकाया जा रहा था. आरोप है कि गवाही से रोकने के लिए अजीत सिंह की हत्या की गई है. वंदना सिंह ने बातचीत के दौरान ये भी कहा कि उन्होंने सीएम योगी मिलकर पूरे मामले में बात भी थी लेकिन वहां से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिले, उन्होंने खुद की सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी की है.



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