UP News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘बलात्कार संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है. लेकिन इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसपर सियासी बवाल होना अब तक है.
सीएम ममता बनर्जी ने रैली में कहा, ‘‘चिकित्सक बलात्कार-हत्या मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में लिए हुए 16 दिन बीत चुके हैं न्याय कहां है?’’ उन्होंने 12 घंटे के बंद के आह्वान के लिए भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा ने) बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक शव से राजनीतिक लाभ चाहते थे. भाजपा एक युवती की मौत के मद्देनजर आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और घटना की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले.’’
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इस्तीफे की मांग पर भी दिया जवाब
तृणमूल प्रमुख ने कहा, ‘‘अगर बंगाल में आग लगाई गई तो इसका असर असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली में भी पड़ेगा.’’ उन्होंने कहा कि बंबई उच्च न्यायालय ने हाल ही में राजनीतिक दलों और व्यक्तियों पर महाराष्ट्र बंद करने पर रोक लगाई थी.
आरजी कर अस्पताल की घटना के मद्देनजर उनके इस्तीफे की मांग पर बनर्जी ने कहा, ‘‘ मैं भाजपा से पूछना चाहती हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, मणिपुर और असम में महिलाओं पर अत्याचार और यौन हमलों को रोकने में अपनी विफलता के लिए इस्तीफा क्यों नहीं दिया. मैं पूछती हूं कि असम में मुठभेड़ में केवल एक आरोपी ही क्यों मारा गया?’’
बनर्जी ने कहा कि भाजपा ऐसी मांग इसलिए कर रही है क्योंकि उसे चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है और वह जानती है कि वह भविष्य में भी जीत नहीं पाएगी. एआई का उपयोग कर बड़े पैमाने पर साइबर अपराध कर रही है जिससे सामाजिक अशांति पैदा हो रही है.