Mathura Janmashtami 2023: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को देशभर में श्रीकृष्ण जन्‍मोत्‍सव धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसे में इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन सात सितंबर (गुरुवार) की रात को श्रीकृष्ण जन्मोत्‍सव मनाने के लिए मथुरा में बड़े पैमाने पर तैयारियां जारी हैं. इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किए जा रहे हैं.


श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि इस साल भगवान श्रीकृष्ण के 5250वें जन्मोत्सव के अवसर पर जन्मस्थान की साज-सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक और श्रृंगार आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. शर्मा ने बताया कि 'मंदिर में आने वाले भक्तों को भगवान के दर्शन करने की सुविधा देने के लिए उसके कपाट सुबह 5.30 बजे से देर रात 1.30 बजे तक खुले रहेंगे. इसके साथ ही इस बार प्रसाद के लिए जल्दी न खराब होने वाली वस्तुएं बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.'


हर भक्त को मिलेगा ‘चरणामृत’


शर्मा के मुताबिक, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर ब्रज की पंरपराओं के अनुरूप श्रद्धालुओं को प्रसाद, बधाई पोटली, खिलौने, मिष्ठान, फल, कपड़े आदि सामग्री वितरित की जाएगी. उन्होंने बताया कि नंदोत्सव के दिन कढ़ी-चावल और पुआ का विशेष प्रसाद सभी श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा. कपिल शर्मा ने बताय कि 'जन्माष्टमी का दिन मंदिर में ढोल-शहनाई बजाने के साथ शुरू होगा. सुबह-सुबह किए जाने वाले अभिषेक समारोह में हर भक्त को ‘चरणामृत’ दिया जाएगा. इसके अलावा, श्रीकृष्ण जन्मस्थान की ओर जाने वाले तीन बिंदुओं पर अस्थायी ‘क्लॉक रूम’ स्थापित किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु अपना सामान रख सकें.'


शर्मा के अनुसार, जन्मभूमि के अंदर और परिसर के बाहर से श्रद्धालु जिस भी दिशा से भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करें, उन्हें वहीं से जन्मभूमि की अद्भुत छटा की अनुभूति हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की प्राकट्य भूमि और कारागार के रूप में प्रसिद्ध गर्भगृह और पूरे श्रीकृष्ण चबूतरा की साज-सज्जा भी अद्भुत और मनमोहक होगी.


श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जाएगा ध्यान


उन्होंने आगे कहा कि 'देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जन्मभूमि के सभी संपर्क मार्गों पर जूता घर और सामान घर की व्यवस्था की गई है. सभी प्रमुख जगहों पर पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जा रहा है.' उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर केवल गुरुवार को श्रद्धालुओं का मंदिर परिसर में प्रवेश मुख्य द्वार की जगह गोविंद नगर द्वार (गेट संख्या 3) से और निकास मुख्य द्वार (गेट संख्या 1) से होगा.


पुलिस प्रशासन को सुरक्षा के कड़े निर्देश


उधर, प्रशासन भी जन्माष्टमी का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के प्रयास में जुटा हुआ है. आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ खुद श्रीकृष्ण जन्मस्थान का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना कर चुकी हैं और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.


कुलश्रेष्ठ के अनुसार, इस बार पहले से भी अधिक सुरक्षित और सुगम माहौल में दर्शन उपलब्ध कराने की तैयारी है. वहीं, पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) आनंद कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी आमद की संभावनाओं को देखते हुए श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर तैनात नियमित बल के अलावा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान भी तैनात किए जाएंगे.


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