Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर कृष्ण की भक्ति में लीन रही राम की नगरी अयोध्या, रामजन्मभूमि में धूमधाम से मना उत्सव
Happy Janmashtami 2023: बाल गोपाल को फल, मेवा, पंजीरी का भोग लगाया गया. जन्माष्टमी पर राम जन्मभूमि पहुंचने वालों के लिए सुरक्षा तगड़ी थी. श्री राम जन्मभूमि को दुल्हन की तरह सगाया गया था.
Krishna Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर राम की नगरी अयोध्या कृष्ण भजन से गुंजायमान रही. श्री राम जन्मभूमि में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ बाल गोपाल का जन्मोत्सव मनाया गया. रात 12 बजे श्री कृष्ण के जन्म के साथ उत्सव की शुरुआत हो गई. रामलला ने चारों भाइयों के साथ पीले वस्त्र धारण किए. राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पूजा अर्चना कराई. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और रामलला की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी भी जन्मोत्सव में शामिल हुए.
जन्माष्टमी पर कृष्ण की भक्ति में लीन रही राम की नगरी
बाल गोपाल को फल, मेवा, पंजीरी का भोग लगाया गया. कृष्ण जन्मोत्सव पर राम जन्मभूमि में पहुंचने वाले भक्तों के लिए सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी की गई थी. श्री राम जन्मभूमि को दुल्हन की तरह सगाया गया था. बाल गोपाल के जन्मोत्सव में शिरकत करने आए श्रद्धालु जबरदस्त उत्साहित थे. बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. देश के सभी राज्यों में अलग-अलग तरीके से महापर्व को मनाने की परंपरा है. जन्माष्टमी पर बच्चे-बूढ़े और जवान आराध्य कृष्ण की महिमा का गुणगान करते हैं.
6 सितंबर को गृहस्थ जीवन में रहने वालों के लिए था पर्व
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में श्रीकृष्ण लीला का मंचन होता है. जन्माष्टमी पर व्रत रखने और दान-पुण्य करने की भी मान्यता है. श्रद्धालु भगवान कृष्ण की पूजा कर मन्नत मांगते हैं. माना जाता है कि भगवान की पूजा और दान करने से मनोकामना पूरी होती है. 6 सितंबर को गृहस्थ जीवन में रहने वाले लोगों ने बाल गोपाल का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया था. इस साल अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र दोनों का साथ होना संयोग माना गया. इसलिए बाल गोपाल के जन्मोत्सव की धूम 6 और 7 सितंबर दोनों दिन रही. महिलाएं भी आराध्य कृष्ण की महिमा का गुणगान करने में पीछे नहीं रहीं.