Krishna Janmashtami 2024: देश भर में जन्माष्टमी त्यौहार को लेकर भक्तों में बड़ा उत्साह नजह आ रहा है, लोग अपने घरों-मंदिरों में बड़े ही उत्साह और धूमधाम से जन्माष्टमी मनाते हैं. इस बार भी कान्हा का जन्मोत्सव मनाने के लिए लोग व्याकुल नजर आ रहे हैं. अलीगढ़ में भी जन्माष्टमी के पर्व को लेकर जश्न का माहौल है अलीगढ़ के अलग-अलग मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है. देर रात्रि में जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा.
अलीगढ़ के तहसील इगलास के कस्बे में मथुरा रोड पर बने राधा रानी मंदिर का पुराना इतिहास है. इस मंदिर की विशेषता यह है यहां मंदिर पर कोई भक्त मनौती मांगता है तो वह मनौती पूरी हो जाती है. इस मंदिर पर होने वाले कार्यक्रमो का श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार रहता है. मंदिर में श्री राधा रानी स्वयम निवास करती हैं. इसका आभास मंदिर ने मौजूद भक्तों को हमेशा होता रहा है. यही वजह है कि इस मंदिर में दूर दराज से श्राद्धालु माथा टेकने आते हैं और अपनी मनोकामना मांगते हैं. मंदिर को लेकर बताया गया कई बार लोगों को देर रात राधा रानी की पायलों की आवाज सुनाई देती है.
मंदिर को लेकर ये पौराणिक मान्यता
इस बारे में मयंक उपाध्याय महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीगढ़ का इगलास ब्रज क्षेत्र में आता है, ब्रज क्षेत्र में अलग अलग देवी देवताओं निवास है. ब्रज की नगरी में स्थित इगलास का धरणीधर सरोवर भी आता है. इस सरोवर पर महर्षि विश्वामित्र ने पृथ्वी की शांति के लिए यज्ञ किया था, यहां श्री कृष्ण जी ने बेसवा के समीप धरणीधर के खेतों पर गौवंशों को चराया था. साथ ही अपनी लीलाओं का वर्णन भी अलग अलग किया था.
यही कारण है धरणीधर सरोवर मन्दिर से 9 किलोमीटर दूर स्थित इगलास कस्बे के राधा रानी के मंदिर में श्रद्धालुओं का तातां लगता है. इस मंदिर पर राधा रानी का प्रवास का कई बार लोगों ने आभास किया है. यहाँ साक्षात राधा रानी ने भक्तों को दर्शन दिए हैं. यही कारण इस मंदिर में श्रद्धालुओं का आवागमन हर रोज बढ़ रहा है.
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