हरिद्वार: कुंभ मेले में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने वाले सफाई कर्मचारियों का कुंभ मेला समाप्त होने के बाद एक महीने का वेतन न दिए जाने से गुस्सा फूट पड़ा है. सफाई कर्मचारियों ने शनिवार को सड़क पर वाहन खड़े कर विरोध प्रदर्शन किया. सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि कुंभ मेला समाप्त होने के बाद एक तारीख को उन्हें वेतन देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन वेतन नहीं दिया जा रहा.
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के कारण काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा सफाई कर्मचारियों को समझाया गया. कुंभ मेले का सफाई का टेंडर लेने वाली कंपनी द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द ही कर्मचारियों को उनका वेतन दिया जाएगा तब जाकर हंगामा शांत हुआ. कुंभ मेले को स्वच्छ बनाने के लिए सफाई कर्मचारियों के जरिए दिन-रात कार्य किया गया लेकिन वक्त से उन्हें वेतन ना मिलने से सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है.
सफाई कर्मचारी संजय सैनी का कहना है, 'हम कुंभ मेले में सफाई की गाड़ी चला रहे थे. हमें सिर्फ सात आठ दिन का वेतन दिया गया है. उसके बाद हमें कहा गया कि कुंभ समाप्त होने के बाद 1 तारीख को वेतन दिया जाएगा लेकिन जब आज हम अपना वेतन लेने आए तो हमे वेतन नहीं दिया जा रहा.' संजय सैनी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हमारे घर में खाने को रोटी भी नहीं है लेकिन हमने उसके बावजूद भी दिन रात कार्य किया है. इस आपत्ति काल में हम मांग करते हैं कि हमारा वेतन दिया जाए.
दिया जाएगा वेतन
सफाई कर्मचारियों द्वारा सड़क पर गाड़ी को खड़ी कर विरोध प्रदर्शन करने के बाद पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे ज्वालापुर रेल चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार का कहना है कि कुंभ मेले में सफाई की गाड़ी चलाने वाले सफाई कर्मचारी द्वारा वेतन ना मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया गया. ज्वालापुर रेल चौकी प्रभारी खेमेद्रं गंगवार ने कहा, 'कुंभ मेले में सफाई का टेंडर लेने वाली कंपनी से हमारी वार्ता हो गई है. कंपनी ने आश्वासन दिया है कि 15 दिन का वेतन आज दिया जाएगा और 15 दिन का 3 तारीख को. इस आश्वासन के बाद सफाई कर्मचारियों का धरना समाप्त हो गया.'
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