(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kundarki Bypoll Result 2024: यूपी उपचुनाव में ढह गया अखिलेश का किला? BJP ने सपा की वर्चस्व वाली कुदंरकी सीट में लगाई सेंध!
Kundarki ByPolls 2024 Results: कुदंरकी विधानसभा सीट पर बीजेपी सिर्फ एक ही बार साल 1993 में चुनाव जीत पाई है. जब भाजपा के चंद्र विजय सिंह विधायक बने थे. इस सीट पर 65 फीसद मुस्लिम मतदाता है.
Kundarki ByPolls 2024 Results: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों पर सबकी नज़र बनी हुई है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है. जहां शुरुआती रुझानों में सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान बढ़त बनाते हुए दिख रहे थे लेकिन आधे घंटे की काउंटिंग में पासा पलटते दिख रहा है. सपा के इस गढ़ में बीजेपी सेंध लगाते हुए दिख रही है.
कुंदरकी में बीजेपी और सपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. यहां कभी बीजेपी तो कभी सपा ने बढ़त बनाई लेकिन ये ज्यादा देर तक ये मामला टिक नहीं पाया. बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह ने अब इस सीट पर बढ़त बना ली है. भाजपा अगर इसी तरह बढ़त बरकरार रखती है तो ये सपा के लिए बड़ा झटका होगा. क्योंकि कुंदरकी सीट सपा का गढ़ रही है. इस सीट पर साल 2012 से लगातार सपा का ही कब्जा रहा है.
सपा के किले में सेंध लगा सकती है बीजेपी
कुदंरकी सीट पर बीजेपी सिर्फ एक ही बार साल 1993 में चुनाव जीत पाई है. जब भाजपा के चंद्र विजय सिंह विधायक बने थे. इस सीट पर 65 फीसद मुस्लिम मतदाता है. जो यहां जीत और हार तय करते हैं. इस सीट के जातीय समीकरण को देखते हुए यहां सपा और बहुजन समाज पार्टी का खासा प्रभाव रहा है. जानकारों की माने तो अगर इस सीट पर ध्रुवीकरण होता है तो कुंदरकी में बीजेपी का 31 साल का सूखा खत्म हो सकता है.
इस सीट पर सपा की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन चुनाव के दौरान जिस तरह से माहौल बदला उसने बीजेपी के चेहरे पर खुशी ला दी है. बता दें कि साल 2022 में इस सीट से सपा के जियाउर रहमान बर्क ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 1,25,792 वोट मिले. दूसरे नंबर पर बीजेपी रही. भाजपा के कमल प्रजापति को इस चुनाव में 82,630 वोट मिले और तीसरे नंबर पर बसपा के टिकट मोहम्मद रिजवान को 42,742 वोट मिले थे.
उपचुनाव की वोटिंग के बाद से ही समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया. सपा ने इसकी शिकायत करते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिखी, जिसमें उन्होंने कुंदरकी, सीसामऊ और मीरापुर सीट पर फिर से चुनाव कराने की मांग की थी.