UP News: कुशीनगर जिले में डॉक्टरों के सामने प्रशासन को झुकना पड़ा. पुलिस ने हिरासत में रखे डॉक्टर को छोड़ने के साथ-साथ सील अस्पताल को भी खोल दिया. पडरौना स्थित जीवनदीप चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर में बच्चा बदली का मामला सामने आया था. रामकोला के विजयपुर सियरहा गांव निवासी दीपलाल कुशवाहा की पत्नी अंजली ने 29 सितंबर को सीएचसी में बेटे को जन्म दिया. नवजात की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल से फायदा नहीं होने पर एक स्वास्थ्यकर्मी ने नवजात को जटहा रोड स्थित जीवनदीप चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर में भर्ती कराने की सलाह दी.
निजी अस्पताल में बच्चा बदलने का मामला
स्वास्थ्यकर्मी की सलाह पर परिजनों ने नवजात को जीवनदीप चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर में भर्ती करा दिया. इलाज के बाद नवजात की तबीयत में सुधार हुआ. 5 अक्टूबर को नवजात को जीवनदीप चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया. आरोप है कि स्टाफ नर्स ने अंजली को बेटे की जगह बेटी सौंप दी. परिजनों ने बच्चा बदली का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. हंगामे की वजह से जीवनदीप चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर में अफरा तफरी का माहौल बन गया.
आरोप है कि अस्पताल के कर्मियों ने परिजनों की पिटाई की. मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल संचालक डॉ. रवि जायसवाल को हिरासत में ले लिया. पुलिस की जांच में पता चला कि एक गांव की रहने वाली महिला अंजली से पहले डिस्चार्ज की गई थी. महिला अपनी बेटी की जगह अंजली के बेटे को लेकर चली गई. पुलिस की मदद से बदला गया अंजली का नवजात बेटा बरामद कर लिया गया. कार्रवाई की मांग पर अड़े परिजनों की वजह से तीन घंटे तक हंगामा होता रहा.
कार्रवाई के बाद बैकफुट पर आया प्रशासन
विवाद बढ़ता देख पुलिस ने अंजली की तहरीर पर डॉ. रवि जायसवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया. विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोतवाली का घेराव कर जमकर हंगामा किया. आईएमए अध्यक्ष डॉ ज्ञान प्रकाश राय ने प्रशासन पर बिना जांच किये कार्रवाई करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रशासन को चूक की जांच करने के बाद कार्रवाई करनी चाहिए थी.
भीड़ के दबाव में डॉक्टर पर एक्शन- IMA
आईएमए के सचिव डॉ वीके सिंह ने कहा कि प्रशासन भीड़ के दबाव में काम कर रहा है. भीड़ के आगे प्रशासन बेबस हो गया है. नियम का पालन नहीं हो रहा है. मामला बिगड़ता देख पुलिस को हिरासत में लिये गये डॉ. रवि को छोड़ना पड़ा. डॉक्टरों ने डीएम और एसपी से मिलकर कार्रवाई को गलत बताया. जिलाधिकारी के आदेश पर सीएमओ सुरेश पटारिया ने दो दिन पूर्व सील निजी अस्पताल को खुलवा दिया.