UP News: कुशीनगर में स्कूली बच्चों को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. कल (गुरुवार) को करीब 30 बच्चे बीमार पड़ गए थे. कम्पोजिट विद्यालय भगत छपरा में मिड डे मील का खाना खाने के बाद बच्चों को उल्टी और पेट की दर्द की शिकायत होने लगी. पेट दर्द से चीख पुकार मचने पर स्कूल में हड़कंप मच गया. आनन फानन शिक्षकों ने बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेबुआ नौरंगिया में भर्ती कराया. डॉक्टरों की टीम ने बीमार बच्चों का इलाज शुरू किया. बच्चों में फ़ूड पॉइजनिंग की पुष्टि हुई. करीब 30 बच्चों के बीमार पड़ने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.
मिड डे मील का खाना खाने के बाद दर्जनों बच्चे पड़े थे बीमार
जिलाधिकारी, सीएमओ, सीडीओ और सांसद विजय कुमार दुबे ने कोटवा सीएचसी पहुंचकर बच्चों का हाल जाना. अस्पताल में परिजनों ने बताया कि घर से बच्चे स्वस्थ स्कूल गए थे. जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. विद्यालय की घटना का संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी है. शुक्रवार को जांच टीम शिवदत्त छपरा कम्पोजिट विद्यालय पहुंची.
3 सदस्यीय जांच टीम को स्कूल के निरीक्षण में मिली कमियां
जांच टीम में शामिल खाद्य अभिहित अधिकारी प्रदीप राय ने स्कूल में बने कल और आज के खाद्य नमूनों और इस्तेमाल सामग्रियां लेकर प्रयोगशाला भेजने की बात कही. टीम को जांच के दौरान स्कूल में और भी बहुत सारी कमियां देखने को मिलीं. पडरौना खण्ड शिक्षा अधिकारी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि शौचालय बदहाल पाया गया. पेयजल भी व्यवस्था खराब है. टोटी में पानी नहीं आने के कारण छात्र नल का पानी पीने को मजबूर हैं. शौच और यूरिनल के लिये बच्चों को खुले में जाना पड़ता है. विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं का कहना है कि खाना बनाने के दौरान चूल्हे में टायर से लकड़ी जलाई जाती है.
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