UP News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) जिले के माघी मठिया गांव (Maghi Mathia Village) में बुधवार को हुए अग्निकांड में पांच लोगों की मौत हो गई. इसकी वजह से गांव में मातम का माहौल बना हुआ है. गुरुवार को गांव में जिस परिवार के पांच लोगों की मौत हुई थी, उस घर पर रिश्तेदारों की भीड़ जमा थी. बीजेपी (BJP), कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (SP) सहित कई दलों के नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस भी बंधाया.
गौरतलब है कि कुशीनगर में माघी मठिया गांव में बुधवार की दोपहर में लगी आग की वजह से एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. साथ ही तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे. बुधवार को हुई घटना का असर गुरुवार को दिखा. गांव में मातम जैसा माहौल है. इस बीच गुरुवार सुबह से ही राजनीतिक पार्टियां गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवार का दुख बांटने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी गांव पहुंचे और अग्नि पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना देते हुए सरकारी व्यवस्था पर तंज कसा और यहां प्रशासनिक अधिकारियों को लापरवाह बताया.
अजय कुमार लल्लू ट्वीट कर पूछा ये सवाल
इसके बाद अजय कुमार लल्लू ट्वीट भी किया. लल्लू ने ट्वीट कर लिखा, "माघी मठिया आगजनी में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख की जो राशि प्रशासन ने देने की बात कही है, वह आपदा कोष के अधीन आता है. वह आपदा कोष जिसका प्रावधान कांग्रेस नेतृत्व की तत्कालीन भारत सरकार ने किया था. कुशीनगर की जनता यह जानना चाहती है कि स्थानीय सांसद-विधायक मुख्यमंत्री से वहां के पीड़ितों के लिए किस आर्थिक अनुदान की व्यवस्था करवा रही है?"
'तालाब होता तो आग पर काबू पाया जा सकता था'
वहीं ग्राम प्रधान इरफान ने बताया कि अगर हमारे गांव में तलाब होता तो ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया जा सकता था. अग्नि पीड़िता ने बताया सरकार की तरफ से जो मुआवजा है, वह दिया जाएगा लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिला. ऐसे में अग्नि पीड़ित परिवार बहुत ही काफी दुख में है.
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