Kushinagar News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से विदेश में काम दिलाने के बहाने ठगी का मामला सामने आया है. एक टेक्निकल इंस्टीट्यूट के द्वारा करीब सौ बेरोजगार युवकों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई है. इन भोलेभाले बेरोजगारो को काम दिलाने के बहाने किसी से 60 हजार, किसी से 70 हजार रुपये लेकर हांगकांग, मिश्र,दक्षिण अफ्रीका, दुबई, कतर और उज्बेकिस्तान भेजने के नाम पर ठगी कर लिया गया है.


करीब 100 की संख्या में बेरोजगार युवक और उनके परिजन आज पडरौना कोतवाली पहुंचे. कोतवाली पहुंच कर पुलिस को बताया कि शहर से सटे रामकोला रोड पर भारत टेक्निकल इंस्टिट्यूट के नाम पर कार्यालय खोलकर विदेश भेजने का काम करता है. विदेश जाने के चक्कर मे हम लोग उसके चंगुल में फंस गए. अब हमलोग फंसकर कुशीनगर सहित गोरखपुर, बलिया, देवरिया, बिहार प बंगाल तक के करीब 100 लोग 60-70 लाख रुपये गंवा चुके हैं. 


इंस्टिट्यूट में लटका मिला ताला 
जिस कार्यालय के पते से उन्हें रसीद काटी गई थी, वह कार्यालय भी बंद मिला. फरियादियों ने बताया कि रुपये लेने वाले कबूतरवाज अपना कार्यालय बंद कर भाग चुके हैं. सूचना पर पुलिस उस स्थान पर पहुंची, जहां यह कार्यालय संचालित हो रहा था. वहां इंस्टिट्यूट में ताला बंद होने के कारण कोई कार्रवाई नही कर पा रही है. अब ये बेरोजगार अपने पासपोर्ट और रुपये के लिए दर दर भटक रहे है. ठगी के शिकार हुए युवको ने एबीपी पर अपने पीड़ा को बताया.


विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी 
कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के विजय राजभर बताते है कि प्रचार के माध्यम से पता चला कि भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट दुबई में काम सेंटरिंग का दिलाया रहा है, 70 हजार लगेंगे काम के चक्कर में पैसा और पासपोर्ट जमा कर दिया और इस संस्था के द्वारा फर्जी टिकेट और फर्जी वीजा दे दिया गया दिल्ली में पता चला को ये टिकेट और वीजा फर्जी है. वहां से वापस आकर पैसे के लिए थानों के चक्कर लगा रहे है.


कुशीनगर जिले के जबही परसौनी निवासी नौकरी नही मिलने पर अपनी और अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार देख कर अपने पत्नी की जेवर को गिरवी रखकर विदेश जाने के लिए रूपते इस फर्जी संस्थान में जमा किये और वे फर्जी वीजा और टिकेट दे दिया , दिल्ली जाने पर पता चला कि इनके साथ फर्जी हो गया और ये अपने पैसे के लिए थानों के चक्कर लगा रहे है.


पश्चिम बंगाल के रहने वाले विमल मंडल ने बताया कि वे फेसबुक और यूट्यूब पर प्रचार देखकर काम करने के लिए विदेश जाना चाहते थे. वे इन कबूतरबाजों के चंगुल में फंस कर ब्याज पर रुपये लेकर अपना पासपोर्ट जमा किये और वे ठगी के शिकार हो गए और अब 1200 किमी की दूरी पर पैसे के लिए थाने का चक्कर लगा रहे है.


फेसबुक पर देखा था विज्ञापन 
इसी तरह बिहार के रहने वाले राजेश बताते है कि उन्होंने फेसबुक पर विज्ञापन देखकर आवेदन किया और पत्नी का गहना गिरवी रख बच्चो के भरण पोषण के लिए विदेश में काम करने के लिए तैयारी किये थे और ऑन लाइन रुपये भी दिए और कबूतर बाजो ने इनको भी ठगी का शिकार बना लिया अब दर दर भटकने को मजबूर है.


एसपी ने जांच के लिए गठित की टीम 
इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक धवल जयसवाल का कहना है कि पिछले एक वर्ष में हमने कबूतरबाजों के ऊपर 53 मुकदमे किये है कार्रवाई हो रही है. इस प्रकरण में भी मुकदमा लिखा गया है जल्द ही कबूतर बाजो पर कार्रवाई होगी, टीम भी गठित कर दी गई है.


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