Kushinagar News: कुशीनगर में पुलिसकर्मी द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर बनाया गया मकान आज योगी सरकार के बुल्डोजर के आगोश में आकर धराशायी हो गया. भू-अभिलेखों में खलिहान के नाम से दर्ज जमीन पर 1972 में पुलिस विभाग में दिवान रहे छांगुर प्रसाद द्वारा आलीशान मकान का निर्माण कराया गया था. जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से पहले हो चुकी थी. उसी को लेकर मुकदमा चल रहा था.
कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
वर्तमान में जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र पडरौना के नाम अंकित इस जमीन पर जिला उद्योग विभाग और छांगुर प्रसाद के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था. आज कोर्ट के आदेश पर उपजिलाधिकारी, तहसीलदार के नेतृत्व में पुलिस फोर्स तैनात कर इस अवैध निर्माण को नस्तोनाबूत कर दिया गया.
इस अवैध निर्माण को गिराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था. अवैध जमीन पर बने मकान को गिराने के बाद एसडीएम ने बताया कि यह खलिहान की जमीन थी जिसको लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था. कोर्ट के आदेश के बाद इस अवैध अतिक्रमण को हटाने का कार्य किया जा रहा है.
पुलिस विभाग में दीवान के पद पर था तैनात
मूलतः बिहार के निवासी छांगुर प्रसाद कुशीनगर सहित विभिन्न जनपदों में पुलिस विभाग में दीवान के पद पर तैनात रहे हैं. छांगुर प्रसाद ने पडरौना कोतवाली में दीवान रहते 1970 में इस जमीन पर अवैध कब्जा किया और 1972 में मकान का निर्माण कराया. मूल रूप से राजस्व अभिलेख में खलिहान के नाम से अंकित इस जमीन पर छांगुर प्रसाद का आशियाना बन गया था.
यह जमीन वर्तमाम समय में जिला उद्योग विभाग को आवंटित की गई थी और वह उसके अधीन आती है. जिला उद्योग विभाग के कैम्पस में अवैध कब्जा और निर्माण को लेकर विभाग लगातार जिलाधिकारी से अवैध कब्जा हटाने के लिए प्रयास कर रहा था.
दिया गया था नोटिस
जिलाधिकारी न्यायालय के आदेश के क्रम में छांगुर प्रसाद को अवैध निर्माण हटाने की नोटिस पूर्व में दी गई थी. समय सीमा में स्वयं अवैध निर्माण न हटाये जाने पर आज जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी तहसीलदार और पुलिस बल की मौजूदगी में बुल्डोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया.
खलिहान के नाम से दर्ज थी जमीन
उपजिलाधिकारी पडरौना महात्मा सिंह ने बताया कि भूलेख में यह जमीन खलिहान के नाम से दर्ज है. इस जमीन को लेकर पहले से ही मुकदमा चल रहा था. कोर्ट के आदेश के बाद आज इस मकान को बुल्डोजर लगाकर तोड़ा जा रहा है.
ये भी पढ़ें-