Kushinagar International Airport: आज से शुरू हुईं घरेलू उड़ानें, जानें क्या है दिल्ली-मुंबई की फ्लाइट का शेड्यूल
दिसंबर में कुशीनगर से कोलकाता और मुंबई के लिए भी फ्लाइट शुरू हो जाएगी, इसके लिए भी स्पाइस जेट ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मंजूर शेड्यूल जारी कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद अब यहां से नियमित रुप से पहली उड़ान आज शुरू हुई. पहली फ्लाइट के यात्रियों के स्वागत के लिए भी एयरपोर्ट प्रशासन पूरी तरह तैयार है. उत्तर प्रदेश के तीसरे फंक्शनल इंटरनेश्नल एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों की शुरुआत के बाद नए साल से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का भी शेड्यूल जारी हो जाएगा. फ्लाइट चालू होने के बाद अगले महीने से मुंबई और कोलकाता भी कुशीनगर से सीधे जुड़ जाएंगे.
हफ्ते में चार दिन होगी फ्लाइट
20 अक्टूबर को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एयरपोर्ट का उद्घाटन किया उसके महज कुछ घंटे बाद ही स्पाइसजेट ने उड़ानों का शेड्यूल जारी कर दिया था. इसके मुताबिक आज स्पाइसजेट का विमान ने 12 बजे दिल्ली से उड़ान भरकर दोपहर 1.35 मिनट पर कुशीनगर पहुंचा, जिसके बाद कुशीनगर से 1.55 मिनट से विमान उड़ान भरकर 3.55 पर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरेगा. दिल्ली से कुशीनगर और कुशीनगर से दिल्ली की ये फ्लाइट हफ्ते में चार दिन, सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को उपलब्ध होगी.
ये है शेड्यूल
दिसंबर में कुशीनगर से कोलकाता और मुंबई के लिए भी फ्लाइट शुरू हो जाएगी, इसके लिए भी स्पाइस जेट ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मंजूर शेड्यूल जारी कर दिया है, इसके मुताबिक कोलकाता के लिए 17 दिसंबर और मुंबई के लिए 18 दिसंबर से फ्लाइट शुरू होगी. स्पाइसजेट का विमान 17 दिसंबर को दोपहर में 1:35 बजे कोलकाता से उड़ान भरकर दोपहर बाद 3:20 बजे कुशीनगर पहुंचेगा, जबकि 3:40 बजे कुशीनगर से उड़ान भरकर कोलकाता वापसी शाम 5:15 बजे होगी.
मुंबई के लिए हफ्ते में 3 फ्लाइट
कुशीनगर-मुंबई के बीच फ्लाइट हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार के लिए होगी. 18 दिसंबर को मुंबई से स्पाइस जेट की कुशीनगर के लिए पहली फ्लाइट 12:10 बजे से उड़ान भरकर दोपहर बाद 2:25 बजे पहुंचेगी, तो कुशीनगर से मुंबई की वापसी उड़ान दोपहर बाद तीन बजे से होगी, वापसी की फ्लाइट शाम 5:35 बजे मुंबई पहुंचेगी.कुशीनगर व मुंबई के बीच उड़ान की सुविधा सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को उपलब्ध होगी.
प्रदेश का तीसरा फंक्शनल एयरपोर्ट
कुशीनगर एयरपोर्ट प्रदेश का तीसरा फंक्शनल इंटरनेशन एयरपोर्ट है, जो रनवे के मामले में प्रदेश में फिलहाल सबसे बड़ा है. कुशीनगर से सीधी उड़ानों के लिए सिंगापुर, इंडोनेशिया, वियतनाम, चीन, कम्बोडिया, श्रीलंका समेत दो दर्जन देशों के अधिकृत एजेंसियां सर्वे कर रही हैं, जिसमें श्रीलंका, वियतनाम और सिंगापुर की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हरी झंडी भी दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि नये साल से पहले ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का शेड्यूल भी जारी हो जाएगा और जनवरी महीने से अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने भी नियमित हो जाएंगी.
ये है इतिहास
कुशीनगर एयरपोर्ट के इतिहास की बात करें तो इसका इतिहास 26 साल पुराना है. अंग्रेजों के जमाने में कुशीनगर हवाई पट्टी का निर्माण हुआ था, जिसे 1995 ने मायावती की सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की मंजूरी दी थी. तत्कालीन केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री गुलाम नबी आजाद और तत्कालीन राज्यपाल मोतीलाल वोरा ने टर्मिनल बिल्डिंग का भूमि पूजन भी कर दिया था. हांलाकि इसके बाद इस पर काम में कोई तेजी नहीं आई. बीच में 2007 से 2012 तक मायावती भी सत्ता में रहीं लेकिन उन्होंने भी इसे लेकर ज्यादा रूचि नहीं दिखाई.
चार साल में ही पूरा हो गया काम
वहीं साल 2016 में अखिलेश यादव को हवाई पट्टी की याद आई तो ठीक चुनाव से पहले उन्होंने 199 करोड़ रुपये जारी कर दिए. जिसके बाद तत्कालीन कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी जो उस वक्त कुशीनगर के विधायक थे उन्होंने दोबारा एयरपोर्ट का शिलान्यास किया. 2017 में योगी सरकार बनने के बाद तो मानों कुशीनगर के विकास के पंख लग गए. जमीन अधिग्रहण से लेकर दूसरे विवादित मुद्दों पर योगी सरकार की सक्रियता का परिणाम रहा कि महज चार साल में 26 साल पुराना विवादित मुद्दा सुलझ गया और कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर परिचालन अब शुरु हो गया है.
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