China Pneumonia: कुशीनगर में चीन की रहस्मयी बीमारी का मुकाबला करने की तैयारी पूरी, जानिए स्वास्थ्य विभाग ने क्या किया
Mysterious Pneumonia and Respiratory Illness Outbreak in China: केंद्र सरकार की सलाह पर कुशीनगर में स्वास्थ्य महकमा सतर्क है. रहस्मयी बीमारी का मुकाबला करने की तैयारी पूरी कर ली गई है
China Pneumonia: कोरोना महामारी के बाद चीन में फैले रहस्मयी बुखार और निमोनिया से दुनिया एक बार फिर चिंतित नजर आ रही है. केंद्र सरकार की तरफ से दिशानिर्देश जारी होने के बाद कुशीनगर का स्वास्थ्य महकमा भी सतर्क हो गया है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने की हिदायत दी है. अस्पतालों की समीक्षा करने का दिशानिर्देश मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है. मेडिकल कॉलेज के 25 बेड वाले पीआईसीयू में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और स्टॉफ नर्सों को तैनात कर दिया गया है.
केंद्र सरकार की सलाह पर कुशीनगर में स्वास्थ्य विभाग सतर्क
संदिग्ध रोगियों के मिलने पर इलाज शुरू करने की तैयारी पूरी हो गई है. जनपद के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सपहां, सेवरही और खड्डा सीएचसी में ऑक्सीजन प्लांट का मॉक ड्रिल कर गुणवत्ता और क्रियाशीलता परखी जा चुकी है. मॉक ड्रिल सीएमओ की देखरेख में की गई. दूसरे दिन मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज में भी तीन ऑक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता को परखा गया. मॉक ड्रिल में तीनों ऑक्सीजन प्लांट ठीक ठाक पाए गए. सब कुछ ठीक ठाक पाए जाने पर पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट को संदिग्ध मरीजों का इलाज करने के लिए आरक्षित कर लिया गया.
चीन की रहस्मयी बीमारी का मुकाबला करने के लिए मॉक ड्रिल
रहस्मयी बीमारी का मुकाबला करने के लिए आठ-आठ घंटे की ड्यूटी भी लगाई गई है. 25 बेड वाले पीआईसीयू में एक-एक बाल रोग विशेषज्ञ, फेसीलिटेटर और नोडल के तौर पर डॉ. मलय और डॉ. दिलीप कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा छह स्टॉफ नर्स को भी तैनात किया गया है. दवाइयों की व्यवस्था भी अलग से कर ली गई है. चीन में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के फैलने पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को एडवाजरी जारी की है.
राहत की बात है कि जिले में रहस्मयी बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है. मेडिकल कॉलेजों में तैयारी पूरी कर ली गई है. इंसेंसियल एवं नॉन इंसेंसियल ड्रग्स की व्यवस्था हो गई है. दो साल के बच्चों से लेकर 20 साल के युवाओं में होता है संक्रमण होता है. एवियन इन्फ्लूएंजा वाले मरीजों में सर्दी, जुकाम, खांसी, निमोनिया और सांस फूलने की समस्या होती है., माना जाता है कि बीमारी दो साल के बच्चों से लेकर 20 साल के युवाओं को प्रभावित कर सकती है.
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