Kushinagar News: कुशीनगर (Kushinagar) में दादा, दादी और पिता द्वारा खून के रिश्ते का कत्ल करने वाली एक दर्दनाक घटना सामने आई है. दरअसल, नेबुआ नौरंगिया थाना के एक गांव में दादा, दादी और पिता ने एक आठ वर्षीय दिव्यांग किशोरी को मौत के घाट उतारकर गांव और पुलिस के भय से रात मे माइनर में लाकर दफना दिया गया और परिजनों द्वारा पुत्री का अपहरण हो जाने की अफवाह फैला दी गई.
पुलिस को भी अपहरण होने की सूचना दी गई और अपहरण होने की बात सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जब पुलिस मामले का संज्ञान लेकर परिजनों से पूछताछ की तो परिजनों द्वारा टाल-मटौल करने से पुलिस को शक हुआ.
पुलिस ने ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद परिजनों से मामले की तहरीर देने को कहा, तो पिता ने थाने जाकर अपहरण की बात नकारते हुए अपनी पुत्री की नाले में गिरकर मौत हो जाने की तहरीर दी. जिस पर पुलिस को शक हुआ तो माइनर (नहर) में दफनाए शव को मजिस्ट्रेट के मौजूदगी मे बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस मृतका के पिता को हिरासत मे लेकर पूछताछ कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला नेबुआ नौरंगिया थाना के नौरंगिया गांव स्थित नौका टोला का है, जहां 29 नवम्बर की रात को परिजनों ने गांव मे शोर किया कि किसी ने दिव्यांग पुत्री का अपहरण कर लिया है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. मामले की जानकारी जब प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव को हुई तो उन्होंने 30 नवंबर को हल्का दरोगा इंद्रभान को जांच के लिए भेजा. ग्रामीणों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं सुनने पर पुलिस ग्रामीणों से बातचीत कर मामले की जानकारी ली और परिजनों से थाने मे तहरीर देने की बात कही.
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
इसके बाद दिव्यांग के पिता ने पुलिस को तहरीर दी कि हमारी बेटी का अपहरण नहीं हुआ बल्कि नहर मे गिर जाने से उसकी मौत हो गई थी, गांव के लोगों और पुलिस के डर से हमने मृतक दिव्यांग के शव को गांव से कुछ दूरी पर स्थित माइनर मे देर रात को गड्ढा खोदकर शव को छुपा दिया था. प्रभारी निरीक्षक ने डीएम से अनुमति लेकर शुक्रवार दोपहर बाद खड्डा तहसीलदार और क्राइम इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह के मौजूदगी में माइनर से शव को निकाला. शव को जब देखा गया तो सर पर खुन लगने के साथ एक आंख निकली हुई थी.
पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, पुलिस शक के आधार पर पिता को हिरासत मे लेकर पूछताछ कर रही है. गांव के लोगों की मानें, तो परिजनों के लिए दिव्यांग बोझ बन चुकी थी. इसलिए सबने हत्या करके शव को छुपा दिया. कलंकित पिता और दादा, दादी के प्रति लोग तरह तरह की बाते कर रहे हैं.
मौके पर पहुंचे तहसीलदार खड्डा दिनेश कुमार ने बताया कि शव को निकाल लिया गया है. दिव्यांग के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना के बारे में स्पष्ट होगा. तहसीलदार दिनेश कुमार ने बताया कि डीएम साहब के निर्देश पर मौके पर जाकर दिव्यांशी के शव को नहर के अंदर से निकलवाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई कर रही है.
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