Kushinagar News: भोले भाले लोगों को झांसे में लेकर उनसे खाता खुलवाने और उनके खाते में करोड़ों रुपए का लेनदेन करने वाले तीन ठगों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है. यह ठग अबतक लगभग दो हजार लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं और उनके खाते से लगभग दस करोड़ से ऊपर की हेराफेरी कर चुके हैं. यह ठग गरीब लोगों को लालच देकर उनका खाता खुलवाते थे और फिर उन्हें अपना शिकार बनाते थे. यह साइबर अपराध बड़े पैमाने पर हो रहा था.
कैसे देते हैं ठगी को अंजाम?
इसी के साथ पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा करते हुए बताया कि यह ठग भोले भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर उनका खाता खुलवाकर उसमे गलत तरीके से ट्रांजेक्शन करते थे. इसका पूरा गिरोह अन्य प्रदेशों तक फैला हुआ है.यह ठग गिरोह लगभग दो हजार खातों से गलत तरीके से दस करोड़ से ऊपर का लेनदेन कर चुका है. पूरे मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
कुशीनगर के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए दिन लोग एसपी के पास इस तरह की शिकायत लेकर आते थे कि उनके खाते से गलत तरीके से लेनदेन हो रहा है.एसपी ने इस मामले की जांच साइबर सेल को दी.साइबर सेल जांच के दौरान जब पूरे मामले की तह तक पहुंचा तो उसके होश उड़ गए.ठगों का एक पूरा गिरोह सक्रिय था.जो भोले भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर उनके खातों से अवैध ट्रांजेक्शन करते थे. जांच के दौरान पता चला कि यह लगभग दो हजार खातों के साथ ठगी कर चुके हैं.
तीनों ठगों को किया गया गिरफ्तार
एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गरीब और भोलेभाले लोगों को पैसे का लालच देकर भिन्न-भिन्न बैकों में एकाउंट खुलवाते थे. जिसके बाद उपलब्ध कराये गये फर्जी सिम को लिंक करवाकर खाते का पासबुक और एटीएम कार्ड अपने पास रख लेते थे.जिसके बाद खातों को साइबर अपराधियों/हैकरों को 8 हजार रुपए में बेच देते हैं. साइबर अपराधी अवैध रुप से ऑनलाइन लाखों रुपए ट्रांसफर कर निकाल लेते थे. जब खाते में अत्यधिक लेन देन हो जाता है और बैंक से अधिक लेन-देन का नोटिस आ जाता था तो उस खाते में पैसा ट्रांसफर करना बन्द कर देते है और दोबारा दूसरे लोगों को लालच का झांसा देकर उनका खाता खुलवाकर उसे पैसा ट्रांसफर करके निकालते हैं. अबतक बरामद मोबाइल डेटा के अनुसार कुल 2295 फाइलें मिली है, जिसमें बैंक खाते, नेट बैंकिंग का यूजर नेम और पासवर्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और ऑनलाइन बेंकिंग एप्लिकेशन शामिल है. तीनों ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
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