Kushinagar Crime: कुशीनगर में फर्जी टॉयलेट क्लीनर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार
Kushinagar Crime News: कुशीनगर में एक गैंग फर्जी तरीके से नकली हार्पिक क्लीनर बनाने का काम करते थे और दुकानदारों को अधिक डिस्काउंट की लालच देकर सप्लाई करते थे. अब पुलिस ने शिकंजा कस दिया है.
Kushinagar Crime News Today: यूपी के कुशीनगर पुलिस ने नकली हार्पिक क्लीनर बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. अवैध कारोबार से जुड़े तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं. जिनके पास से लाखों रुपये की हार्पिक क्लीनर ब्रांडेड कंपनी के नाम पर टॉयलेट क्लीनर, भारी मात्रा में नकली उत्पाद और खाली बोतल स्टीकर आदि बरामद हुए हैं.
कुशीनगर पुलिस ने कई नामी कंपनियों के नाम से फर्जी उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री का भंडफोड़ किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में नकली उत्पाद और खाली बोतल स्टीकर आदि बरामद किए हैं. तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के महुआ बुजुर्ग गांव में फर्जी तरीके से हार्पिक क्लीनर बनाया जा रहा था. विशुनपुरा पुलिस और तुर्कपट्टी पुलिस ने साइबर सेल की मदद अंतर्जनपदीय फर्जी फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू
पुलिस ने इनके पास से 2 लाख रुपये नगदी समेत 500 गत्ता हार्पिक क्लीनर, एक लोडर गाड़ी, मिक्सर मशीन, फिलिंग मशीन, सीलिंग मशीन,बेटिंग स्टेंड, इलेक्ट्रॉनिक डिसप्ले भार मीजरमेंट,थीनर लिक्विड, एसिड वाटर, भारी संख्या में डब्लिकेट हार्पिक क्लीनर की बोतलें, ढक्कन, रैपर और अन्य सामान बरामद किए हैं. कुशीनगर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कापीराइट उल्घंन सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है.
अधिक डिस्काउंट पर करते थे माल सप्लाई
बता दें कि कुशीनगर पुलिस ने नकली हार्पिक क्लीनर बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से दो लाख से अधिक रुपये की नकली टॉयलेट क्लीनर बरामद किया है. इस अवैध फैक्ट्री से नकली टॉयलेट क्लीनर दुकानदारों को अधिक डिस्काउंट की लालच देकर सप्लाई की जाती थी. इनका नेटवर्क काफी फैला था.
पुलिस ने क्या बताया?
अपर पुलिस अधीक्षक अभिनव त्यागी ने खुलासा करते हुए कहा कि यह गैंग फर्जी तरीके से टॉयलेट क्लीनर बनाने का काम करते थे और बाजार में दुकानों पर देते थे. इसकी शिकायत मिली थी, जिसको संज्ञान में लेकर छापेमारी कर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया गया.