UP News: कुशीनगर में गबन के आरोपी प्रधानाध्यापक पर गाज गिरी है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया. निलंबन की कार्रवाई से स्कूलों में हड़कंप मचा हुआ है. मामला सेवरही क्षेत्र के भगवानपुर संविलियन विद्यालय का है. कोरोना के समय एमडीएम में करीब पांच लाख रुपये गबन करने का मामला सामने आया था. बीएसए ने गबन मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी थी. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी प्रधानाध्यापक नप गए.
एमडीएम गबन मामले में नप गए प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक को गबन की राशि का भुगतान करने के साथ विभागीय कार्रवाई का भी सामना करना होगा. बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामजियावन मौर्य ने अन्य विद्यालयों की भी जांच करने की बात कही है. आरोप है कि प्रधानाध्यापक सुभाष प्रसाद ने कोरोना काल में एमडीएम के मद से पांच लाख रुपये की निकासी कर ली. बच्चों को एमडीएम में राशि से फल और दूध का वितरण होना था. प्रधानाध्यापक ने राशि की ग्राम प्रधान के साथ बंदरबांट कर ली थी. बच्चों को फल और दूध नहीं मिलने की शिकायत कर जांच की मांग की गई.
विभागीय कार्रवाई का भी करना होगा सामना
गबन मामले में मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायत पत्र दिया गया. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सेवरही बीईओ और जिला समन्वयक एमडीएम की दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी. जांच समिति ने विद्यालय में उपलब्ध अभिलेख के आधार पर पड़ताल की. बैंक के स्टेटमेंट और अभिलेख में शिकायतकर्ता का आरोप सही पाया गया. प्रधानाध्यापक सुभाष प्रसाद प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए. जांच रिपोर्ट में सुभाष प्रसाद को निलंबित किए जाने की अनुशंसा की गई थी.
कोरोना काल में धनराशि का हुआ था बंदरबांट
बीएसए डॉ. राम जियावन मौर्या ने बताया कि एमडीएम की धनराशि गबन करने के मामले में प्रधानाध्यापक सुभाष प्रसाद को निलंबित कर दिया है. उनके खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए. गबन की गई धनराशि की वसूली के साथ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. कोरोना काल के समय सभी विद्यालयों को एमडीएम मद में भेजी गई राशि की भी जांच होगी. दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्रधानध्यापक के निलंबन से स्कूलों में हड़कंप मचा हुआ है.