Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) में कोरोना महामारी (Corona epidemic) के समय जिन बच्चों ने अपने माता पिता को खोया है सोमवार को उन बच्चों को यूपी सरकार के समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री असीम अरुण (Minister Aseem Arun) ने सैमसंग का टैबलेट, पढ़ाई के लिए किताबों से भरा बैग और एक साल के लिए राशन वितरण किया. अपने माता पिता को खोने वाले बच्चे कुछ समय के लिए अपने गम भूल गए. यह कार्यक्रम एक प्राइवेट संस्था के सहयोग से कराया जा रहा है. मंत्री ने इन बच्चों को आश्वासन दिया कि उनकी पढ़ाई-लिखाई ने कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. विभाग उन बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए साथ खड़ा है.
कौन-कौन रहा मौजूद
कार्यक्रम की शुरुआत में 23 अगस्त 1942 को जिन बीर सपूतों ने बलिदान दी थी उनके बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम में देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह सहित पडरौना, खड्डा, हाटा और रामकोला के विधायक भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का आयोजक तमकुही राज के विधायक डाक्टर असीम कुमार राय थे.
128 बच्चों को टैबलेट और किताबें
कुशीनगर के तमकुही राज में एक पैलेस में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम में यूपी सरकार के समाज कल्याण विभाग के राज्य मंत्री असीम अरुण बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत 23 अगस्त 1942 को जिन बीर सपूतों ने बलिदानी दी थी उनके बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई. उसके बाद कंपनी के सहयोग से कोविड के समय अपने माता पिता को खोने वाले 10 साल से 18 साल के 128 बच्चों को टैबलेट और किताबों से भरा बैग दिया गया. इसके साथ ही इन बच्चों को एक साल के लिए राशन भी मुहैया कराया गया.
मंत्री ने क्या कहा
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, आज एसके कंपनी के सहयोग से 128 बच्चों को टैबलेट बांटा गया. इसके साथ ही इनको किताब और एक साल का राशन भी दिया गया है. इन बच्चों की पढ़ाई लिखाई में कोई कमी नहीं आएगी, इसके लिए समाज कल्याण विभाग हर समय खड़ा मिलेगा.