Mau News: मऊ (Mau) में आए प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि विपक्ष के पास सदन में चर्चा करने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं बचा है, इसलिए सदन में चर्चा से विपक्ष भाग रहा है और जनता को भ्रमित करने के लिए शिगूफा छोड़ा जा रहा है. अडानी के मामले में वित्त मंत्री का जो बयान आया है, उसको सुनना चाहिए‌. एसबीआई के बयान को भी सुनना चाहिए. भारतीय जीवन बीमा ने बड़ी स्पष्टता से इस बात पर देश के सामने अपनी बात रखी है. 


प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि बजट सत्र में विपक्ष को बोलने का ज्यादा मौका मिलता है, लेकिन वह हाउस में क्यों नहीं अपनी बात रख रहे हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में अपने लोकलुभावनी बजट को लेकर बीजेपी जनता के बीच प्रचार-प्रसार कर अपनी वाहवाही लेना चाह रही है. इसी मुद्दे को लेकर प्रदेश के प्रत्येक प्रभारी मंत्री का बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ लगातार बैठक और मीडिया के माध्यम से जन-जन तक अपनी उपलब्धियों को पहुंचाना चाह रही है. 


चुनाव को ध्यान में रखकर बजट पास किया गया
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि इस बजट में कोई भी पॉलिटिकल एंगल नहीं है, जिससे लोग कह सके कि चुनाव में ध्यान को रखकर इस बजट को पास किया गया है. भारत सरकार ने जो बजट प्रस्तुत किया है, वह अमृत काल का पहला बजट है जो आने वाले पच्चीस सालों का रोडमैप तैयार करता है. पीएम मोदी का संकल्प है कि देश जब आजादी का शताब्दी वर्ष मनाए तो एक विकसित राष्ट्र के रूप में भारत शामिल हो.


श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी ये फैसला किया है कि विमुक्त जातियों, बनटांगिया का, बनवासियों का और अपने मुसहर समाज और इन सभी लोगों का एक सर्वे कराने जा रहे हैं. इस सर्वे का उद्देश्य है कि बस्ती में सारी बुनियादी सुविधाएं कैसे पहुंचे, इसी बात के लिए सर्वे कराया जा रहा है.


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