Lakhimpur Kheri Case: यूपी के लखीमपुर (Lakhimpur) में दो नाबालिग दलित बहनों की लाश बुधवार को मिली है. जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. ये घटना लखीमपुर के निघासन (Nighasan) कोतवाली में हुई है. यहां गांव के बाहर किशोरियों की लाश गन्ने के खेत में पेड़ से लटकी हुई मिली है. वहीं इस केस में यूपी पुलिस (UP Police) ने कुछ छह आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हुई है. हम आपको लखीमपुर केस की 15 बड़ी बातों के बारे में बता रहे हैं.
- बुधवार देर शाम को लखीमपुर खीरी के तमोलिनपुरवा गांव के बाहर खेत में दो नाबालिग दलित बच्चियों का शव पेड़ से लटके मिला. घटना की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया.
- पीड़िता की मां ने कहा, "तीन युवक बाइक से आए और बेटियों को जबरदस्ती उठाकर ले गए. अपहरण के बाद उनके साथ दुष्कर्म किया गया है, उसके बाद हत्या हुई है. वो लालपुर के रहने वाले हैं. उनमें से एक उजली बनियान में था, दूसरा पीली बनियान में था और तीसरा नीली बनियान वाला बाइक चला रहा था."
- घटना पर यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, "लखीमपुर में दो बहनों के शव उनके घर से कुछ दूरी पर पेड़ पर लटके मिले हैं. एसपी मौके पर मौजूद हैं. परिजनों से मिली शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा. हर पहलू की जांच होगी. इस केस की जांच आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह कर रही हैं."
- केस की जांच कर रही आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने कहा, "लखीमपुर खीरी के एक गांव के बाहर खेत में दो बच्चियों के शव पेड़ से लटके मिले. शवों पर कोई चोट नहीं पाई गई. पोस्टमार्टम के बाद अन्य बातों का पता चलेगा, जांच जारी है."
- वहीं गुरुवार सुबह लखीमपुर खीरी के एएसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा, "मामले में चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है."ट
- पोस्टमार्टम से पहले लखीमपुर एसपी ने कहा, "मामलें में एक ज्ञात और तीन अज्ञात लोगों को नामजद किया गया था. तीनों अज्ञात लोग (जुनैद, सुहैल और हाफिजुर रहमान) आरोपी छोटू जो मृतका का पड़ोसी है, उसके परिचित हैं. इसके बाद उन्होंने दो और लड़कों को बुलाकर उनकी मदद से महिलाओं को पेड़ पर लटका दिया."
- लखीमपुर एसपी ने कहा, "इतनी घटना अभी तक हमारे संज्ञान में आई है. चार नामजद के अलावा इसमें मदद करने वाले दो लोगों को मिलाकर कुल छह लोग हमारे हिरासत में हैं और उन्हे जेल भेजा जा रहा है. मामला महिलाओं के खिलाफ और समाज के एक कमजोर वर्ग के खिलाफ है. आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302, 376 और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है."
- विपक्ष के ओर से अखिलेश यादव ने कहा, "निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है."
- वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, "लखीमपुर (उप्र) में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था. रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?"
- जबकि मायावती ने ट्वीट कर लिखा, "लखीमपुर खीरी में मां के सामने दो दलित बेटियों का अपहरण और दुष्कर्म के बाद उनके शव पेड़ से लटकाने की हृदय विदारक घटना सर्वत्र चर्चाओं में है, क्योंकि ऐसी दुखद और शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम. यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत है."
- बसपा प्रमुख ने कहा, "यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की जबर्दस्त पोल खोलती है. हाथरस सहित ऐसे जघन्य अपराधों के मामलों में ज्यादातर लीपापोती होने से ही अपराधी बेखौफ हैं. यूपी सरकार अपनी नीति, कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं में आवश्यक सुधार करें."
- इसके बाद यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, "लखीमपुर की घटना बहुत ही दुखद है. सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है. सरकार सीधे नजर बनाए हुए थी. लखीमपुर की घटना का पर्दाफाश हो गया है. आरोपियों ने पहले बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया फिर हत्या कर लटका दिया."
- डिप्टी सीएम ने आगे कहा, "इस मामले में सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी कि इन अभियुक्तों की आने वाली पीढ़ियों के रूह कांपेंगे. सरकार पीड़ित परिवार के साथ है. हर स्थिति में उन्हें न्याय मिलेगा. मामले को हम फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएगें और शीघ्र से शीघ्र सजा दिलाई जाएगी."
- जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "लखीमपुर की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस दुख की घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. अपराध करने वाला एक भी अपराधी बच नहीं पाएगा. उनके खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी जो एक मिशाल बनेगी. मैं विपक्ष के नेताओं से अनुरोध करूंगा कि ऐसे समय में राजनीति करने की जगह पीड़ित परिवार को सांत्वना देने का काम करें."
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