Lakhimpur Kheri Farmers Death Row: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले में भड़की हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत (Death) हो गई. ये घटना तिकोनिया कोतवाली क्षेत्र के तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई. खबरों के मुताबिक 2 एसयूवी वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने 2 एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) में आग लगा दी.
खीरी के जिलाधिकारी डॉ अरविंद कुमार चौरसिया ने तिकोनिया में मीडिया कर्मियों को बताया कि इस घटना में 4 किसान और 4 अन्य (एसयूवी सवार) मारे गए. इस बीच, मृतक किसानों की पहचान बहराइच जिले के नानपारा निवासी दलजीत सिंह व गुरविंदर सिंह तथा पलिया-खीरी के लवप्रीत सिंह और नछत्तर सिंह के रूप में हुई है. 2 एसयूवी चालकों समेत 4 अन्य की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
2 गाड़ियों में लगाई आग
किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है. प्रदर्शनकारियों को कथित रूप से कुचले जाने की घटना से नाराज लोगों ने 2 गाड़ियों को जबरन रोककर उनमें आग लगा दी. उन्होंने कथित तौर पर कुछ यात्रियों की भी पिटाई की है. किसानों का आरोप है कि एक वाहन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा सवार था, हालांकि मिश्रा ने आरोप को खारिज किया है.
विपक्षी दलों ने दी तीखी प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय किसान यूनियन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और घटना के लिए भाजपा और गृह राज्य मंत्री के पुत्र पर आरोप लगाया है.
मामले की निष्पक्ष तरीके से होगी जांच
इस बीच, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र ने एक चैनल से कहा कि कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को साथ लाने के लिए कुछ कार्यकर्ता जा रहे थे. रास्ते में तिकुनिया में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर पथराव कर दिया जिससे वह गाड़ी पलट गई. उसकी चपेट में आकर कुछ लोग घायल हो गए. उनमें से शायद एक दो लोगों की मृत्यु भी हुई है. उन्होंने कहा कि इस घटना में उनके बेटे की कोई संलिप्तता नहीं है. घटना के वक्त उनके पुत्र कार्यक्रम में मौजूद थे. ऐसे में इस घटना में उनके बेटे की संलिप्तता का कोई प्रश्न ही नहीं उठता. गृह राज्य मंत्री ने दावा किया "कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि किसानों ने कार्यकर्ताओं पर हमला किया. वहां किसानों के रूप में कुछ अराजक तत्व भी शामिल थे. उन्होंने ही घटना को अंजाम दिया है. इस मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच होगी."
किसान जिलाधिकारी कार्यालयों के बाहर देंगे धरना
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन से न कराकर उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराई जाए. इस बीच किसान आंदोलन से जुड़े योगेंद्र यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारियों को दो गाड़ियों से कुचले जाने के विरोध में सोमवार को देशभर में किसान जिलाधिकारी कार्यालयों के बाहर धरना देंगे.
अखिलेश यादव ने मांगा सीएम का इस्तीफा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय क्रूर कृत्य है.” यादव ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट में मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘लखीमपुरी खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता तेजिन्दर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई, उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए. ’’ अखिलेश ने आगे लिखा, ‘‘बस एक मांग, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें.’’
मयावती ने सरकार को घेरा
बसपा अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कहा, “उप्र के जिला लखीमपुर खीरी में तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद. यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाती है जो कि इनका असली चेहरा भी है.” उन्होंने कहा, “इस घटना के संबंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वयं ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह मांग. साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमंडल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश.” भारतीय किसान यूनियन ने ट्वीट कर दावा किया, “लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों को गृह राज्यमंत्री के बेटे ने गाड़ी से रौंदा, तीन किसानों की मौत, तेजेंद्र सिंह विर्क के भी घायल होने की सूचना है. राकेश टिकैत गाजीपुर से निकल रहे हैं.”
मंत्री रच रहे हैं साजिश
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट किया कि, “लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रही हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का काफिला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया. 2 किसानों की मौत हो गई और कई घायल हैं.” चौधरी ने आगे लिखा, “विरोध को कुचलने का काला कृत्य जो किया है, साजिश जब मंत्री रच रहे हैं, फिर कौन सुरक्षित है.”
प्रियंका गांधी जाएंगी लखीमपुर खीरी
इधर, विपक्षी दलों ने लखीमपुर जाने के लिए अपनी घोषणा कर दी है. समाजवादी पार्टी के अनुसार सपा प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे जबकि कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के भी सोमवार को वहां जाने की खबर है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी जाएंगी और पीड़ित किसानों से मुलाकात करेंगी. प्रियंका आज देर रात लखनऊ पहुंच जाएंगी.
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