BJP MLA Yogesh Verma: लखीमपुर खीरी में बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मारने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में अब वकील अवधेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इससे पहले सोमवार को योगेश वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी और पूरे प्रकरण की जानकारी उन्हें दी. जिसके बाद लखनऊ से मिले निर्देश पर ये कार्रवाई की गई है. 


विधायक की पिटाई के छह दिन बाद पुलिस ने इस संबंध में शिकायत दर्ज की है. इस मामले में थप्पड़ मारने वाले अधिवक्ता अवधेश सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, संग्राम सिंह और नीरज सिंह के खिलाफ नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ सदर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने लूट, जानलेवा हमला, जान से मारने की धमकी समेत आधा दर्जन भारतीय न्याय संहिता(BNS) धाराओं में केस दर्ज किया है. 


अवधेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज
लखीमपुर थप्पड़कांड पर पिछले कई दिनों से जमकर सियासत देखने को मिल रही थी. समाजवादी पार्टी ने इसे जातीय रंग दे दिया था, जिसके बाद इस घटना ने और तूल पकड़ लिया था. वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने अवधेश सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की, जिससे योगेश वर्मा की भी आहत दिखाई दे रहे थे. मामले के तूल पकड़ने के बाद बीजेपी ने इस मामले में एक्शन लेते हुए अवधेश सिंह उनकी पत्नी पुष्पा सिंह समेत चार लोगों को पार्टी से निष्कासित भी कर दिया था. अवधेश सिंह लखीमपुर खीरी बार काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं. जबकि उनकी पत्नी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष रह चुकी है.


इस मामले की गूंज दिल्ली तक सुनाई दी थी. इस घटना के अगड़ा बनाम पिछड़ा बनने पर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने भी चिंता जताई थी और सख्त कार्रवाई की बात कही थी. जिसके बाद अब ये बड़ा एक्शन लिया गया है. बता दें कि 9 अक्टूबर को र्बन कोऑपरेटिव बैंक चुनाव के लिए पर्चे भरने के दौरान बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को अवधेश सिंह ने थप्पड़ मार दिया था. 


इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसके बाद बवाल मच गया. समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस मामले में कार्रवाई इसलिए नहीं की जा रही हैं क्योंकि आरोपी वकील पगड़ी जाति से हैं और पीड़ित विधायक पिछड़े समाज से है. 


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