Lakhimpur Kheri: प्रशासन का अनोखा कारनामा, अस्पताल की दूसरी मंजिल पर जाने के लिए नहीं बनाई सीढ़ी, कमरों में लगे सीलन
UP News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रशासन की अनदेखी का शिकार एक अस्पताल बना है जहां की दूसरी मंजिल पर जाने के लिए मरीजों को बांस की सीढ़ी का इस्तेमाल करना पड़ता है.
Lakhimpur Kheri News: यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में एक अनोखा मामला सामने आया है. फूलहेबड़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) को बनाए हुए नौ साल हो गए हैं लेकिन दूसरी मंजिल पर जाने के लिए कोई सीढ़ी और रैंप नहीं है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सरकार में बनाया गया था.
लखीमपुर खीरी के फूलबेहड़ में 2014 में अखिलेश सरकार के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया गया था. करोड़ों की लागत से बने अस्पताल को 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर किया था, तब से वहां हर साल कई लोग इलाज कराने आते हैं. 2020 में बीजेपी की विधायक मंजू त्यागी ने अस्पताल के अंदर इंटरलॉकिंग का निर्माण कराया था लेकिन 9 साल होने को है किसी ने छत पर जाने के लिए सीढ़ी बनाने पर ध्यान नहीं दिया. अब छत के ऊपर बने चार कमरे जंग खा रहे हैं. हालांकि डॉक्टर का कहना है कि जब कभी ऊपर जाने की जरूरत होती है तो बांस की सीढ़ी मंगाकर ऊपर जाया जाता है. कार्यदाई संस्था जल निगम के द्वारा यहां स्वाथ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था.
सीएमओ ने जल्द सीढ़ी बनाने का किया वादा
इस मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी संतोष गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राज्य सरकार को अतिरिक्त बजट का प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही इसका निर्माण कराया जाएगा. जलनिगम के द्वारा स्वाथ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था. समाजवादी के पार्टी के पूर्व एमएलसी शशांक यादव ने बताया कि जब नौ साल हो गए हैं तब तक क्यों नहीं बनाया गया. अगर कहीं कमी थी, गबन था, घोटाला था, तो इसकी जांच भी होनी चाहिए थी. यह केवल समाजवादी पार्टी ने बनाया था इसलिए बीजेपी की राजनीति के कारण निर्माण नहीं कराया गया, उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते मरीजों को दिक्कत का समाना करना पड़ रहा और यह ठीक नहीं है.
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