Lakhimpur Violence Chargesheet: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने 5 हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों को दोषी बनाया गया है. अब सवाल यही उठ रहे हैं कि क्या बेटे का नाम आने के बाद गृह राज्य मंत्री टेनी इस्तीफा देंगे?
विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरा
बता दें कि SIT द्वारा दाखिल चार्जशीट में दावा किया गया है कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की रायफल से फायरिंग हुई थी. हालांकि फायरिंग आशीष मिश्रा ने नहीं बल्कि नंदन सिंह ने की थी. जानकारी के मुताबिक चार्जशीट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि किसानों को कुचलने का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मोनू वारदात के वक्त थार जीप में मौजूद था. वहीं मामले को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि यह चार्जशीट वास्तव में भाजपा की डबल इंजन सरकार का काला चिट्ठा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सरकार को घेरा है और कहा है कि चार्जशीट में बेटे का नाम आने के बाद भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अपने पद पर बने हुए हैं.
पिछले साल हुई हिंसा में हो गई थी 8 लोगों की मौत
ज्ञात हो कि पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर जिले के तिकुनिया क्षेत्र में अजय मिश्रा के यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के किसानों द्वारा विरोध के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. किसानों की हत्या के मामले में गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मुख्य अभियुक्त है.
यह भी पढ़ें-
UP Election: बीजेपी सांसद ने जेपी नड्डा को लिखा पत्र, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मथुरा से प्रत्याशी बनाने की मांग