UP News: लखीमपुर खीरी में शनिवार को कोविड-19 वैक्सीनेशन का टीकाकरण लगवाने गए युवक को डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही के चलते एंटी रेबीज कुत्ते का टीका लगा दिया गया. जानकारी मिलते ही युवक के परिजनों में हड़कंप मच गया. जब इसकी शिकायत की गई तो उल्टा डॉक्टर और स्टाफ के लोगों ने पीड़ित को फटकार लगा दी. हालांकि पीड़ित शिवम जायसवाल ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी की है और विधिक जांच कर कार्रवाई की मांग की है.


क्या है मामला?
लखीमपुर खीरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फूलबेहड़ में शिवम जायसवाल कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए गए थे. वहां पर युवक के प्राइवेट कर्मचारियों ने एंटी रेबीज का टीका लगा दिया. बाद में आनाकानी स्टाफ के लोग करने लगे, कई बार पूछने पर तब उसने बताया कि आपके हड़बड़ाहट के कारण एंटी रेबीज कुत्ते का टीका लग गया है. शिवम को जब पता चला इस बात का तब वह अवाक रह गया. हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी शैलेंद्र कुमार भटनागर ने जानकारी देते हुए बताया कि फूलबेहड़ सीएससी की बात पता चली है. इसके लिए संबंधित एसीएमओ को जांच सौंप गई है. वो दो दिनों में इसकी जांच करके पूरा मसला क्या है, कौन है, कैसे हुआ, कौन इसके लिए जिम्मेदार है ये पूरी जांच करके बताएंगे. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.  


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क्या बोला पीड़ित?
पीड़ित शिवम कुमार जायसवाल का कहना है कि मैं अपना टीकाकरण करवाने के लिए फूलबेहड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गया था. वहां पहुंचने पर एक मैडम ने कहा अभी बैठिए टीका लगेगा तो मैंने कहा कि पहले रजिस्ट्रेशन कर दीजिए, उसके बाद टीका लगाईएगी. तो मैडम ने कहा कि नहीं पहले वैक्सीन लगवा लो उसके बाद रजिस्ट्रेशन करेंगे. वैक्सीन लगने के बाद जब मैं रजिस्ट्रेशन करवाने गया तो मुझे वहां पर पता चला कि मुझे रेबीज का टीका लगाया गया है, फिर जब मैंने मैडम से कहा कि तो मैडम ने कहा कि जो लग गया. वो लग गया इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आप जहां जाना चाहते हो जाओ. कुछ नहीं कर पाओगे चाहे एफआईआर क्यों न करवा लो और उपचार का कोई भी कारण नहीं बताया.


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