Lakhimpur Kheri Violence: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार किए जाने की मांग की है.
मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से जारी एक बयान में अजय कुमार लल्लू ने कहा, 'कोर्ट के दबाव और सत्याग्रह की ताकत से विशेष जांच दल की रिपोर्ट में लखीमपुर कांड में चार किसानों की कुचलकर हत्या की साजिश स्पष्ट हो गयी है.' उन्होंने कहा, 'मुख्य विवेचक द्वारा अदालत में प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के माध्यम से यह साबित हुआ है कि तिकुनिया लखीमपुर कांड लापरवाही और उपेक्षापूर्वक गाड़ी चलाते हुए जान लेने की दुर्घटना का मामला नहीं था बल्कि यह सोची समझी साजिश के चलते भीड़ को कुचलने, हत्या करने और हत्या के प्रयत्न के साथ ही अंग भंग करने का मामला है.'
प्रदेश अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, 'अब जब जांच में साबित हो गया है तब उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए या प्रधानमंत्री को उन्हें तत्काल उनके पद से बर्खास्त कर देना चाहिए.' उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री की मानसिकता किसान विरोधी रही है, जिसके कारण उनके प्रधानमंत्रित्व काल में लगातार किसानों पर अत्याचार और आक्रमण जारी है. किसानों पर हो रहे हमलों के विरुद्ध प्रधानमंत्री के स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की जाती है.
कांग्रेस नेता ने की ये बड़ी मांग
कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री किसानों के प्रति संवेदनशील हैं, देश के कानून, संविधान और लोकतंत्र में उनकी आस्था अवशेष है तो तत्काल जांच रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए अजय मिश्रा ‘‘टेनी’’ को उनके पद से बर्खास्त करते हुए उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करवायें.' उन्होंने कहा कि 'भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘‘टेनी’’ को अपने दावे के अनुसार तत्काल पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उन्होंने पूर्व में यह दावा किया था कि अगर उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद होगा तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे.'
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि विशेष जांच दल की रिपोर्ट में घटना के साजिशन अंजाम देने की बात सामने आयी है. अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की भूमिका की जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए. इसके लिए यह जरूरी है कि उन्हें उनके पद से हटाया जाय. पूर्व में यह स्पष्ट रूप से देखा गया है कि पुलिस केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री और सत्ता के दबाव में काम कर रही थी. लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की विवेचना और संकलित साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित योजना के तहत घटना को अंजाम दिया गया. एसआईटी के मुख्य विवेचक निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिये गये आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है.
हिंसा में 8 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया इलाके में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसान और एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा और उसके एक दर्जन से ज्यादा सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इस समय आशीष मिश्रा समेत उसके 13 सहयोगी जिला कारागार में निरुद्ध हैं.
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