Uttarakhand News: लक्सर (Laksar) क्षेत्र में इस समय पशुपालक गोवंश में फैल रही लंपी वायरस (Lumpy Virus) से बेहद परेशान हैं. सैकड़ों की संख्या में गोवंश की मौत हो चुकी है. पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) के पास संसाधनों का अभाव होने के कारण पशुओं को उचित चिकित्सा नहीं मिल पा रही है. इसी क्रम में आज पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर नीरज सिंघल लक्सर पहुंचे और क्षेत्र में काम कर रहे सभी पशु चिकित्सा अधिकारी और पशु चिकित्सकों के साथ बैठक की. गोवंश में फैल रहे लंपी वायरस से निपटने के उपाय पर विचार-विमर्श किया. 


बैठक में देरी पर यह बोले चिकित्सा निदेशक


राजकीय पशु चिकित्सालय में दवाइयों और स्टाफ की कमी को लेकर बात की गई तो डॉक्टर नीरज सिंघल ने बताया कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयां है. जब उनसे यह पूछा गया कि पशुपालकों को सरकारी पशु चिकित्सालय से दवाइयां नहीं मिल पा रही है जिसके चलते पशुओं की मौत हो रही है. इस पर डॉक्टर नीरज सिंघल ने कहा कि हम पशुपालकों से मिलकर उन्हें हर सम्भव मदद करने का हर प्रयास कर रहे हैं जिससे पशुओं को लंपी जैसी बीमारी से बचाया जा सके. वहीं, बैठक में देरी की वजह पूछने पर उन्होंने कहा कि जैसे ही क्षेत्र में लंपी वायरस के फैलने की जानकारी मिली तो हमने तत्काल ही दवाइयां और स्टाफ बढ़ा दिए. 



 

दूध उत्पादन पर पड़ रहा असर

लक्सर क्षेत्र में गोवंश की भारी संख्या में मौत हो चुकी है. इसका असर दुग्ध उत्पादन पर भी पड़ रहा है और इसमें भारी कमी आई है. इसका नुकसान पशुपालकों को भी उठाना पड़ रहा है. उनका आरोप है कि पशु चिकित्सा विभाग की ओऱ से कोई सहयोग नहीं मिल पाया है. उनका कहना है कि पशु चिकित्सा विभाग पल्ला झाड़ते नजर आ रहा है और ऐसे में आज हुई बैठक का कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा है. 

 

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