UP Politics: बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आज बड़ा बयान दे डाला. अखिलेश यादव पर भी जमकर बरसे और अपराधियों के खिलाफ भी. अखिलेश यादव पर उन्होंने तीखा हमला भी किया और उन्हें नसीहत भी दे डाली. अपराधियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को भी सही ठहराया और अखिलेश के हर सवाल का बड़ी ही बेबाकी से जवाब दिया.


'बंदूक माला पहनाने के लिए नहीं'
अखिलेश यादव का नाम और उनके चुभते बयानों पर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने तीखा हमला बोला. कहा..अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रहे हो, तुम्हारे कार्यकाल में विधायक घोड़े पर बैठकर प्लेटफॉर्म पर घूमता था, तुम्हारे कार्यकाल में अपराधी थे और अपराधी की कोई जाति नहीं होती है. अपराधी हिंदू हो या मुस्लमान, ठाकुर हो या ब्राहमण गोली ही उसका एक मात्र इलाज है. कानून के अनुसार चलना चाहिए, लेकिन यदि पानी सिर से उपर उतर जाए तो फिर बंदूके माला पहनाने के लिए नहीं बल्कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए मिली हैं.


'एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स बताने पर भड़के
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी से सवाल किया गया कि अखिलेश यादव ने एक बयान दिया है कि लोग चर्चाएं कर रहें हैं और कह रहें हैं कि स्पेशल टास्क फोर्स यानि एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स कहा जाने लगा है. इस पर डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी भड़क उठे, बोले, उनके समय में भी एसटीएफ थी. दूसरे पर उंगली उठाने से पहले वो समझ लें कि एक उंगली दूसरे पर उठाने के दौरान तीन उंगली अपनी तरफ भी उठती हैं. उन्होंने कहा कि एसटीएफ तो उनके समय में भी थी लेकिन कभी नहीं कहा, अब प्रदेश में एसटीएफ अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही है तो आज उस पर भी उंगली उठा रहें हैं.


अखिलेश यादव को सुना डाला...
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव से जुड़े हर सवाल पर डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बेबाकी से जवाब दिया. जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव कह रहें हैं कि यूपी के टॉप-10 अपराधियों की सूची जारी करें, तो राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी बोले, हमें उपदेश दे रहें हैं अखिलेश यादव. उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए यूपी के किन टॉप-10 अपराधियों की सूची जारी की थी. कोई सूची यदि जारी की थी तो हमें बताएं और हमें दिखाएं भी. हर बात को गलत तरीके से पेश करना ठीक नहीं है. अपने कार्यकाल को न भूलें अखिलेश यादव, जनता ने देखा है कि 2017 से पहले यूपी में क्या चल रहा था.


'चूहे को हल्दी की गांठ मिल जाए वो...'
मठाधीश और माफिया वाले बयान पर अखिलेश यादव पर तीखे हमले हो रहे हैं. इस पर जब राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी से सवाल किया गया तो बोले, कोई मामला सुर्खियां नहीं बना है. चुटकी लेते हुए कहा कि चूहे को हल्दी की गांठ मिल जाए तो वो पंसारी बन जाता है, यही स्थिति समाजवादी पार्टी की भी है.