Lalitpur Rape Case: यूपी के ललितपुर में 13 साल की मासूम से हुए दुष्कर्म मामले में एक नया मोड़ आया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में अब एक नए स्टाफ की तैनाती कर दी गई है. कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोपी निलंबित थाना प्रभारी निरीक्षक को वीरवार के दिन पुलिस संबंधित अदालत में पेश करने वाली है. बता दें कि पाली थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने लाइन हाजिर कर दिया था. अब इस थाने का प्रभार निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह को बनाया गया है और पहले की तरह ही थाने में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है.
आरोपी पुलिस अधिकारी अदालत में किया जाएगा पेश
ललितपुर के पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि थाना परिसर में 13 साल की दुष्कर्म पीड़िता के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोपी पूर्व थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज को पुलिस टीम ने प्रयागराज से बुधवार को गिरफ्तार किया था. उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिस अधिकारी को सक्षम अदालत में आज पेश किया जा रहा है.
थाने में नए प्रभारी की हुई नियुक्ति
उन्होंने ये भी बताया कि पीड़िता की मौसी और सामूहिक बलात्कार के आरोपी दो युवकों को बुधवार को ही अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. एसपी पाठक ने बताया कि इस सिलसिले में डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने पूरे थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था. अब धर्मेंद्र सिंह को पाली थाने का नया प्रभारी नियुक्त कर अन्य पुलिसकर्मियों की भी तैनाती कर दी गई है.
विपक्षियों ने उठाया सरकार पर सवाल
इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी नोटिस जारी किया था और उन्हें इस संबंध में चार हफ्तों के भीतर एक रिपोर्ट देने को कहा था. वहीं विपक्षी समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस ने घटना पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए कहां जाना चाहिए और किस पर भरोसा करना चाहिए.
अखिलेश यादव ने की पीड़िता से मुलाकात
इसके साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को ललितपुर का दौरा किया था और जिला अस्पताल में दुष्कर्म पीड़िता से मुलाकात की थी. बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया था. जिसके बाद यूपी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा था आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
तीन दिन तक हुआ नाबालिग का रेप
गौरतलब है कि लखनऊ और ललितपुर में पुलिस सूत्रों ने बताया था कि लड़की की मां का आरोप है कि 22 अप्रैल को चार लोग उसकी बेटी को भोपाल ले गए थे. जहां उन्होंने तीन दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया. इसके बाद उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए.
Champawat Bypoll: सीएम पुष्कर सिंह धामी को बीजेपी ने चंपावत विधानसभा सीट से घोषित किया उम्मीदवार