Lalji Verma Speaks in Lok Sabha: अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से चुनकर संसद पहुंचे सपा सांसद लालजी वर्मा ने आज (2 जुलाई) को लोकसभा में कई मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लेकर लखनऊ के एसजीपीजीआई कॉलेजों में ओबीसी और एससी वर्गों की सीटें एनएफएस कर देने के मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी और सरकार को घेरा.
अंबेडकरनगर से सपा सांसद लालजी वर्मा ने एक्स पर लिखा, ''देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद भवन में आज पहली बार बोलने का मौका मिला जिसमें मैंने NFS (not found suitable) का मुद्दा देश के सामने रखने का काम किया है. दिल्ली विश्वविद्यालय से लेकर SGPGI लखनऊ तक में OBC और SC वर्ग की सीटें NFS(not found suitable) कर दी जा रहीं है ताकि पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में आने से रोका जा सके, जो अभ्यर्थी 15-15 बार गोल्ड मेडलिस्ट रह चुका है उसे भी ओबीसी की सीट के लिए not found suitable कैसे घोषित कर दिया जा रहा है???''
रिजर्वेशन के मुद्दों को सदन में उठाया
लालजी वर्मा ने कहा कि रिजर्वेशन के साथ अन्याय किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में ओबीसी श्रेणी के लिए बुलाए गए भर्तियों की संख्या 377 थी. 377 लोगों के इंटरव्यू के बाद एनएफएस लगा दिया गया. यानी NFS(not found suitable) लिख दिया गया. 377 लोगों में से एक भी दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज के लिए योग्य नहीं थे.
ओबीसी, एससी और एसटी छात्रों के एनएफएस लगा दी जा रही
लालजी वर्मा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़े हुए, पीएचडी, नेट क्वालिफाइड लोगों में से एक भी योग्य पाए नहीं गए. इस तरह से लखनऊ के एसजीपीजीआई कॉलेज में जोकि बहुत अच्छी संस्थान हैं. उसमें में इंटरव्यू हुआ. 48 पद एससी, ओबीसी के लिए रिजर्व थे. उस 48 पदों में से इन श्रेणी के एक भी छात्रों का चयन नहीं हुआ, जबकि एक बच्ची को 15 गोल्ड मेडल मिले हैं. उसको भी योग्य नहीं समझा गया. उन्होंने ये भी कहा कि एक सीट पर जनरल को जगह मिल गई लेकिन दूसरे सीट पर ओबीसी के छात्र को नहीं लिया गया. उसके लिए एनएफएस NFS(not found suitable) कर दिया गया
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