हरिद्वार: हरिद्वार कुंभ मेले में सुरक्षा और जमीन के आवंटन की मांग को लेकर किन्नर अखाड़ा शासन और मेला प्रशासन के खिलाफ लगातार मुखर था. किन्नर अखाड़े को काफी मशक्कत के बाद भी सरकार द्वारा जमीन आवंटन नहीं हो सकी थी. किन्नर अखाड़े के लिए अब खुशी की खबर आई है और उनको हरिद्वार जगजीतपुर के पास हरिद्वार नगर निगम नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल द्वारा अपनी भूमि कुंभ मेले में किन्नर अखाड़ा को दी गई है. अब किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े की छावनी की बजाए अपनी छावनी वहां पर बनाएगा और सभी किन्नर अखाड़े के साधु संत कुंभ मेले में वहीं निवास करेंगे. इसको लेकर किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने खुशी जाहिर की है, तो वहीं सरकार और मेला प्रशासन से मूलभूत सुविधा देने की मांग भी की. इसको लेकर किन्नर अखाड़ा द्वारा मेला अधिकारी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात भी की गई.


किन्नर अखाड़ा असुरक्षित महसूस कर रहा था


कुंभ मेले में जूना अखाड़े के साथ शाही स्नान करने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और तमाम साधु-संतों ने इसका विरोध किया था, मगर जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी खुलकर किन्नर अखाड़े के समर्थन में आ गए थे और उनके द्वारा अपने पद को भी त्याग देने की बात की गई थी. उसके बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद हरि गिरि के आगे झुक गया था और पहले शाही स्नान में किन्नर अखाड़े ने जूना अखाड़े के साथ शाही स्नान किया. मगर किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े की छावनी में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा था, इसको लेकर लगातार उनके द्वारा शासन और मेला प्रशासन से अलग से जमीन आवंटन की मांग की जा रही थी. लेकिन शासन और मेला प्रशासन द्वारा किन्नर अखाड़े को जमीन आवंटन नहीं की गई. किन्नर अखाड़े के लिए खुशी की खबर आई है, उनको हरिद्वार के ही निवासी और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल द्वारा अपनी भूमि दी गई है. जहां पर किन्नर अखाड़े द्वारा अपनी छावनी बनाई जाएगी और पूरे कुंभ मेले में किन्नर अखाड़े की यही से व्यवस्थाएं होंगी.


हम विवाद नहीं चाहते
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का कहना है कि, किन्नर अखाड़े द्वारा मेला अधिकारी दीपक रावत से मुलाकात की गई. मेला प्रशासन से किन्नर अखाड़े को सुविधा देने को लेकर कई विवाद हुए. किन्नर अखाड़ा कुंभ मेला करने आया है, कोई विवाद उत्पन्न करने नहीं. हरिद्वार की जनता ने किन्नर अखाड़े को बहुत प्यार दिया है. हरिद्वार के ही एक निवासी सुनील अग्रवाल द्वारा चार चार बीघा की दो जमीन किन्नर अखाड़ा को कुंभ के लिए दी हैं. किन्नर अखाड़ा अब सभी विवादों को खत्म करते हुए करते हुए इस जमीन पर अपना कार्यालय और कुंभ में किन्नर अखाड़े के संतों का निवास स्थान बनायेंगे. इनका कहना है कि हमारे द्वारा लिखित में मेला अधिकारी को पत्र दिया गया है जो भी मूलभूत व्यवस्था सरकार और मेला प्रशासन द्वारा दी जाती है वो किन्नर अखाड़े को दी जाए, क्योंकि किन्नर अखाड़ा अभी तक हरिद्वार के होटलों में ही निवास कर रहा था सरकार को हमारी सभी व्यवस्था करनी चाहिए थी.


अधिकारियों को दिये निर्देश


वहीं, कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि, कुंभ मेले में सभी अखाड़ों और साधु-संतों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं को लेकर तैयारियां की जा रही हैं और उसमें सबसे मुख्य कार्य है जमीनों का आवंटन, बिजली, पानी और शौचालय है. इसको लेकर मेरे द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया और मेरे द्वारा भी लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. किन्नर अखाड़े द्वारा भी जमीन आवंटन और मूलभूत सुविधा को लेकर पत्र दिया गया है. सरकार द्वारा निर्देश मिलने के बाद हमारे द्वारा कार्यवाही की जाएगी.


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