Magh Mela 2023: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में 6 जनवरी से माघ मेले (Magh Mela) की शुरुआत हो रही है. मेले के लिए संतों और संस्थाओं को जमीन आवंटन का काम आज से शुरू कर दिया गया है. पहले दिन दंडी बाड़ा से जुड़े संतों को परंपरा के मुताबिक जमीन आवंटित की गई. जमीन आवंटन का काम बिना किसी विवाद के शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हो गया. माघ मेले के लिए हर साल संगम किनारे गंगा की रेती पर तंबुओं का अलग शहर आबाद किया जाता है. संत- महात्माओं, कल्पवासियों और दूसरे श्रद्धालुओं के साथ तीर्थ पुरोहितों और संस्थाओं को भी जमीन और दूसरी सुविधाएं दी जाती हैं.


25 दिसंबर तक करा लें जमीन आवंटन


आज से शुरू हुआ जमीन आवंटन का काम 25 दिसंबर तक चलेगा. जमीन आवंटन में विवाद का साया भी पड़ता रहा है. माघ मेले के प्रभारी अधिकारी संत कुमार ने पहले दिन शांतपूर्वक जमीन आवंटन होने पर संतोष जताया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि बिना किसी विवाद के आगे भी शांतिपूर्ण ढंग से जमीन को आवंटित करने की कोशिश की जाएगी. संत कुमार ने बताया कि संत महात्माओं से पहले ही संवाद किया जा रहा है.


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करीब डेढ़ माह तक चलेगा माघ मेला


मेला आयोजन से जुड़े अफसरों के मुताबिक पिछली बार सामान वापस नहीं करनेवाली संस्थाओं को इस बार जमीन और अन्य सुविधाएं मेले में नहीं मिलेंगी. माघ मेला कुंभ के रिहर्सल की तर्ज पर आयोजित किया जा रहा है. 6 जनवरी को पौष मास की पूर्णिमा  (Pausha Purnima 2023) से शुरू होकर माघ मेला महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) तक चलेगा. तकरीबन डेढ़ महीने तक चलने वाले आस्था के मेले में इस बार बड़ी तादाद श्रद्धालुओं की पहुंचनेवाली है. अनुमान है कि चार करोड़ के करीब श्रद्धालु त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) पर आस्था की डुबकी लगाएंगे.