UP: इटावा के सैफ़ई और ताखा में वन विभाग की भूमि को कब्जा मुक्त करवाने के लिए बुलडोजर चलाया जाएगा. करीब 25 हजार बीघा भूमि पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर रखा था. जिसमें काफी जमीन कब्जा मुक्त करवा ली गई है. अभी काफी भूमि वन माफियाओं के कब्जे में है. जिसमें अब तक 75 लोगों को नोटिस जारी किया जा चुका है. कृषि भूमि, निर्मित आवास को मिलाकर सैंकड़ो बीघा भूमि कब्जा मुक्त करवाने के प्रयास में वन विभाग जुट गया है.


वन माफियाओं, भू-माफियाओं का भी चिन्हीकरण
योगी सरकार में अवैध कब्जा करने वालों पर बुलडोजर चलवाकर भूमि कब्जा मुक्त करवाई गई है. अब इटावा के वन विभाग ने अपनी भूमि को कब्जा मुक्त करवाने के लिए तैयारी कर ली है. इस तैयारी के तहत जो लोग नोटिस के बावजूद भूमि को खाली नहीं करेंगे उन पर निश्चित तौर पर जेसीबी चलना अब तय है. वन विभाग की करीब 1900 हेक्टेयर भूमि पर खेती और मकान बनाकर माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा कर रखा है. जिसमें विभाग काफी हद तक भूमि को कब्जा मुक्त करवा लिया है. बाकी भूमि को चिन्हित करके अवैध कब्जा करने वालों पर कागजी कार्रवाई की जाएगी. इस कागजी कार्रवाई के तहत 64 लोगों को नोटिस जारी किया गया है. जिसमें सभी को भूमि छोड़ने के लिए कहा गया है. इस नोटिस के बाद भी यदि ऐसा नहीं करते है तो फिर वन विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से बुलडोजर चलाकर कब्जा मुक्त करवाएगा.


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अतिक्रमण पर चलेगा बाबा का बुलडोजर
डीएफओ अतुल कांत शुक्ला ने बताया कि किसानों की खाली पड़ी जमीन पर अस्थाई तरीके से कब्जा किया गया है. इन जमीनों पर कब्जा करने वाले लोगों को नोटिस भेजा गया है. विभाग का प्रयास है कि जमीन पर कब्जा किए गए लोगों द्वारा अगली फसल न उगाई जाए. जिले में कब्जा मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग मिलकर काम कर रहा है. इसमें जिले की कई संवेदनशील तहसील हैं जिसमें ताखा, सैफ़ई, के लिए सरकार से बजट मांगा गया है जिससे की वन विभाग की भूमि पर घेराबंदी की जा सके. सरसईनावर रामसर वेटलैंड साइट के नाम पर डेवलप है. इस भूमि राज्य पक्षी सारस बहुतायत में पाए जाते हैं.


यह वेटलैंड 161.27 में फैली हुई है. जिसमें करीब 94 हेक्टेयर ग्राम समाज के पास भूमि हैं. 65 हेक्टेयर के करीब किसानों की भूमि है. बाकी 3.14 हेक्टेयर भूमि वन विभाग के पास है. जो भी हमारे ही कब्जे में हैं. शासन से मांग की गई है कि ग्राम समाज की भूमि पर बाउंड्री वॉल और सुरक्षा खाई बनाकर उसको कब्जे में लिया जायेगा. रामसर साइट को प्राकृतिक रूप में लाया जाएगा. इसमें किसानों का भी काफी सहयोग मिला रहा है. किसानों का भी मानना है कि इस क्षेत्र का विकास हो जैसे लायन सफारी का हुआ है. इसके अलावा डीएफओ ने कहा कि जिन लोगों ने इस भूमि पर कब्जा कर रखा है. उनको नोटिस जारी की गई है आगे भी कार्रवाई जारी है इन लोगों को वन माफिया और भू-माफिया के तौर पर चिन्हीकरण किया जा रहा है.


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