बलिया, एजेंसी। बलिया जिले में जमीन की रजिस्ट्री के मामले में बड़ा घोटाला सामने आया है। इसके तहत फर्जी तरीके से जमीनों का बैनामा करने के मामले में रजिस्ट्री विभाग के 13 अधिकारियों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी देवेंद्र नाथ ने सोमवार को बताया कि बलिया शहर कोतवाली में रविवार को आईपीसी की जालसाजी और कूटरचना के आरोप संबंधी धारा के तहत 13 निबंधन अधिकारियों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें निबंधन कार्यालय में उप निबंधक के रूप में कार्यरत पी सी पांडेय के साथ-साथ चंद्र नाथ ओझा, शिव प्रसाद शुक्ला, दिनेश राय, अरुण श्रीवास्तव, देवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, अरविंद शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद, राम अखिलेश यादव, दिनेश चंद्र यादव, योगेंद्र प्रताप सिंह तथा लक्ष्मण चौबे शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी भवानी सिंह खँगारौत ने बलिया सदर तहसील में वर्ष 1981 से अब तक हुईं सम्पत्तियों के सभी रजिस्ट्री दस्तावेजों की जांच संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन, सहायक महानिरीक्षक स्टांप महेंद्र प्रताप यादव और मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह की टीम से करायी थी, जिसमें जमीन की रजिस्ट्री में व्यापक पैमाने पर जालसाजी तथा हेराफेरी पायी गयी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच से स्पष्ट हुआ कि कई दस्तावेजों के पेज पुराने हैं लेकिन स्याही नई है, लिखावट अलग है, जाली हस्ताक्षर किए गए हैं, पृष्ठ पर नाम मिटा कर नया नाम लिखा गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।