(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Uttarakhand: बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर बिरही और कोडिया के बीच लैंडस्लाइड, वाहनों की आवाजाही प्रभावित
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे 07 बिरही और कोड़िया के बीच सड़क पर चट्टान का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिरा है, जिसकी वजह से सड़क पर आवागमन से बाधित हो गया है.
Chamoli News: बद्रीनाथ नेशनल हाईवे 07 बिरही और कोड़िया के बीच सड़क पर चट्टान का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिरा है, जिसकी वजह से सड़क पर आवागमन से बाधित हो गया है. सड़क के दौनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लगी हुई हैं. राहगीर अपने वाहनों के अंदर बैठकर सड़क खुलने का इन्तजार कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, सड़क खुलने में दो से तान घंटे का समय लग सकता है.
ऑलवेदर सड़क की हालत यह है कि दस किमी के सफर में आधा दर्जन से अधिक भयानक डेंजर जोन हैं, जिसकी वजह से यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं. रुद्रप्रयाग की सीमा में दाखिल होते ही सबसे पहले चारधाम यात्रा मार्ग यानी बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ डेंजर जोन का सामना करना पड़ता है. दशकों से मुसीबत का सबब बना यह डेंजर जोन हालांकि एक-दो वर्षों से शांत है, लेकिन कब बारिश में यह कहर बरपा दे, कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसके बाद खांकरा गांव से लगभग डेढ़ किमी पीछे और दो किमी आगे तीन से चार डेंजर जोन हैं, जो सक्रिय हालत में है और बारिश होते ही यह आवाजाही करने में मुसीबत पैदा करते हैं.
इससे आगे चलकर नरकोटा और जिला मुख्यालय के बीच भी आधा दर्जन के करीब डेंजर जोन हैं, जो गत वर्ष प्रशासन और पुलिस के लिये मुसीबत पैदा कर चुके हैं. जिसके चलते यात्रियों को मयाली से घनसाली होकर आवाजाही करनी पड़ी.
विधायक केदारनाथ शैलारानी ने कही थी ये बात
विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत ने कहा था कि इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु चार धामों में आएंगे, जो कि सबके लिए खुशी की बात है. लेकिन यात्रा रूट की स्थिति काफी नाजुक बनी है. जहां भी डेंजर जोन हैं, उन्हें ठीक करने के लिए कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं. यात्रा काल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने निर्माणदायी संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि यात्रा रूट को यात्रा से पहले दुरूस्त और सुरक्षित किया जाए, वरना संबंधित के लिए खिलाफ कठोर कार्यवाही होगी.
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