लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने मंगलवार को राज्यपाल को पत्र लिखकर लोकतंत्र और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए योगी सरकार को बर्खास्त करने की संस्तुति केंद्र सरकार को भेजने और हाथरस कांड की जांच किसी सिटिंग जज की देखरेख में कराने की मांग की है.


यूपी में बढ़े अपराध


समाजवादी पार्टी (सपा)के वरिष्ठ नेता चौधरी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश में महिलाओं व बच्चियों के अपहरण तथा बलात्कार जैसे अपराध निरन्तर बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं. हर 15 मिनट में बलात्कार की एक घटना हो रही है.


एनसीआरबी रिपोर्ट का हवाला


उन्होंने एनसीआरबी की वर्ष 2019 के रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश भर में भारतीय दंड संहिता के तहत पंजीकृत अपराध में 10.09 फीसदी अपराध उत्तर प्रदेश में हुए हैं.


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2018 में 5,85,157 और वर्ष 2019 में 6,28,578 आपराधिक वारदात दर्ज की गई. यह पूरे देश में दर्ज अपराधों का 12.2 फीसदी है. इस तरह उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर आ गया है.


सिटिंग जज से कराई जाए जांच


चौधरी ने हाथरस कांड की चर्चा करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस और प्रशासन का रवैया अत्यंत शर्मनाक रहा है. उन्होंने इस मामले की जांच किसी सेवारत न्यायाधीश की देखरेख में कराने की मांग की.


उन्होंने कहा कि हाथरस के साथ ही सूबे के विभिन्न हिस्सों में हुई छेड़छाड़ व बलात्कार की घटनाओं से प्रदेश की बदनामी हुई है जबकि राज्य की भाजपा सरकार अपनी असफलताओं को बर्बरतापूर्ण तरीके से छिपा रही है.


ये भी पढ़ें.


आजमगढ़: बिजली कर्मियों के आंदोलन से बीते 40 घंटे से विद्युत आपूर्ति ठप, लोगों के घरों में पानी नहीं, जनता सड़कों पर उतरी


हाथरस मामले पर यूपी सरकार ने बिना मांगे दाखिल किया हलफनामा, कहा- जांच की निगरानी करे SC