यूपी में लेखपालों की हड़ताल, प्रयागराज में पंद्रहवें दिन भी तहसील में नहीं हुआ काम-काज
उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा लेखपालों की हड़ताल पर रोक के बावजूद धरने प्रदर्शन जारी हैं। वेतनमान के अलावा विभिन्न मांगों को लेकर लेखपाल दस दिसंबर से घरने पर बैठे हैं। प्रयागराज में 15वें दिन भी यह हड़ताल जारी है
प्रयागराज, एबीपी गंगा। अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर संगम नगरी प्रयागराज के लेखपाल मंगलवार को पन्द्रहवें दिन भी हड़ताल पर हैं। प्रयागराज के लेखपालों ने आज भजन व भक्ति गीतों के बीच अपना आंदोलन जारी रखा हुआ है और कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं। हड़ताली लेखपाल धरने के दौरान बीच -बीच में यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध जता रहे हैं तो साथ ही सामूहिक रूप से भजन व भक्ति गीत गाकर ईश्वर से खुद को आत्मबल दिए जाने की गुहार लगा रहे हैं। लेखपालों की हड़ताल से आज लगातार पन्द्रहवें दिन भी किसी तहसील में कोई कामकाज नहीं हो रहा है।
हड़ताली लेखपालों का कहना है कि बर्खास्तगी और निलंबन के बावजूद वह न तो डरेंगे और न ही अपना आंदोलन वापस लेंगे, बल्कि समूचे यूपी के लेखपाल सत्ताईस दिसंबर को लखनऊ पहुंचकर वहां विधानसभा का घेराव करेंगे। लेखपालों की यह हड़ताल पदनाम बदले जाने और वेतनमान बढ़ाए जाने समेत आठ मुद्दों को लेकर है। प्रयागराज के साथ ही समूचे यूपी के लेखपाल भी दस दिसंबर से कामकाज ठप्प कर हड़ताल पर हैं। प्रयागराज में हड़ताल का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है और यहां दस दिसंबर से कोई काम नहीं हो रहा है। लेखपालों की हड़ताल से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 दिसंबर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लेखपालों के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। हड़ताल में शामिल 100 से अधिक लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं 300 से अधिक लेखपालों को नोटिस जारी किया गया है। सरकार की रोक के बाद भी यूपी में लेखपाल हड़ताल कर रहे हैं। लेखपालों के खिलाफ यह कार्रवाई प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जिलाधिकारियों द्वारा की गई है।