बर्खास्तगी के बावजूद हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं हैं लेखपाल, अठारह दिन से ठप्प है कामकाज
उत्तर प्रदेश में लेखपाल अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रयागराज में भी इसकी व्यापकता साफ नजर आ रही है। दस लेखपालों की बर्खास्तगी के बावजूद वो अपनी मांगों पर अड़े हैं। तहसील में कामकाज ठप पड़ा है
प्रयागराज, एबीपी गंगा। लेखपालों की हड़ताल को लेकर प्रयागराज का जिला प्रशासन और सख्त हो गया है। दस लेखपालों की बर्खास्तगी के बाद अब बड़ी संख्या में दूसरे लोगों की बर्खास्तगी की नई लिस्ट तैयार की गई है। दूसरी तरफ बर्खास्तगी और निलंबन की कार्रवाई के बावजूद हड़ताली लेखपाल अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं और वह इस बार आर-पार की लड़ाई का एलान कर रहे हैं। लेखपालों का कहना है कि सरकार और प्रशासन के सख्त रवैये के बावजूद वह न तो झुकेंगे और न ही डरेंगे और अपना आंदोलन लगातार जारी रखेंगे। प्रयागराज के लेखपाल आज भी कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं और लगातार योगी सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
लेखपालों की यह हड़ताल दस दिसंबर से आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जारी है। इन मांगों में लेखपाल पदनाम बदले जाने और यात्रा भत्ता बढ़ाए जाने की मांग प्रमुख है। लेखपालों की इस प्रदेशव्यापी हड़ताल का संगम नगरी प्रयागराज में ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है। हड़ताल की वजह से पिछले अठारह दिनों से तहसीलों का कामकाज ठप्प है। हड़ताल के चलते आम लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन भी अभी तक कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं कर पाया है। हड़ताली लेखपालों ने धमकी दी है कि मांगें पूरी नहीं होने तक वह अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे।