Uttarakhand Leopard Terror: उत्तराखंड के हल्द्वानी में बाघ का आतंक बना हुआ था, सुबह 6:00 बजे बाघ की चहल एकेडमी हल्द्वानी के पोस्ट इलाके में देखी गई, जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई. जिसके बाद वन विभाग की टीम इस बाघ को पकड़ने पहुंची थी. बाघ को पकड़ने में वन विभाग की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान इस बाघ ने वन विभाग के तीन कर्मचारियों को घायल कर दिया. कड़े में शकत के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा गया, जिसे बाद में एक जंगल में अंदरूनी इलाके में छोड़ दिया गया.
आप को बता दें कि हल्द्वानी में शनिवार सुबह नौ बजे का समय था. राजा रानी विहार निवासी बुजुर्ग पद्मा बिष्ट का जर्मन शेफर्ड कुत्ता रॉकी अचानक जोर-जोर से भौंकने लगा. मकान के पास मैदान में कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, तभी वह बाहर आईं तो बच्चे चिल्लाकर कहने लगे आपके बरामदे के तख्त के नीचे तेंदुआ छिपा है. यह सुनकर पद्मा सकपका गईं. इसी बीच रॉकी तेंदुए की ओर दौड़ा तो वह तख्त के नीचे से निकलकर चहारदीवारी फांदते हुए सामने एक घर के आंगन में पहुंच गया.
बाघ ने किया वन विभाग की टीम पर हमला
इसको सूचना स्थानीय लोगों ने वन महकमे को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने इस बाघ को पकड़ने के लिए काम शुरू किया, लेकिन वन विभाग की टीम पर तभी अचानक इस बाघ ने हमला कर दिया, जब इस बाघ ने वन विभाग की टीम पर हमला किया तो उस वक्त आसपास के घरों की छत पर खड़े लोगों ने अपने मोबाइल से इस वीडियो को शूट कर लिया. जिसमें बाघ वन विभाग के तीन कर्मचारियों को घायल करता हुआ नजर आ रहा है.
बाद में वेटरनरी डॉक्टर की तरफ से इस बाघ को ट्रेंकुलाइज किया गया और कुछ घंटे के बाद इस बाघ को हल्द्वानी के बाहर के जंगल के अंदरूनी इलाके में छोड़ दिया गया. आपको बता दें कि हल्द्वानी रामनगर नैनीताल इन सभी जगह पर इस दौरान बाघ और टाइगर का आतंक बना हुआ है. लगातार इन इलाकों में बाघ की चहलकट में देखने को मिल रही है. इस बाघ ने तीन वन विभाग के कर्मचारियों को घायल भी किया है. जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है.