Congress Working Committee List: आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की घोषणा कर दी है. कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में 39 सदस्यों को जगह दी गई है. लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे की नई टीम में उत्तर प्रदेश को कम महत्व मिलने पर सवाल उठने लगे हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें आती हैं. कांग्रेस की नई वर्किंग कमेटी में पांच की जगह मात्र 3 सदस्यों को जगह दी गई है. उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व घटने पर सवाल पूछे जा रहे हैं.


कांग्रेस ने नई वर्किंग कमेटी का किया गठन


राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी नई वर्किंग कमेटी से बाहर कर दिए गए हैं. प्रमोद तिवारी की पहचान ब्राह्मण चेहरे के रूप में होती है. पिछली वर्किंग कमेटी में शामिल रहे पीएल पुनिया भी मल्लिकार्जुन खरगे की नई टीम में जगह नहीं बना सके. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. पीएल पुनिया को दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व माना जाता है. वहीं, अजय कुमार लल्लू पिछड़े वर्ग की नुमांइदगी का दम भरते हैं.


यूपी को कम तवज्जो मिलने पर उठे सवाल


तीनों को कांग्रेस की नई वर्किंग कमेटी से बाहर करने पर ब्राह्मण, दलित और पिछड़े वर्ग की उपेक्षा मानी जा रही है. उत्तर प्रदेश की सियासत में पिछड़ी जातियों की भूमिका किंगमेकर के तौर पर हमेशा होती है. दलित वोटरों पर भी राजनीतिक दलों की नजर होती है. दलित वोटर आज भी मायावती की बसपा के साथ हैं. पूनिया को दलित चेहरे के तौर पर पिछली वर्किंग कमेटी में लाया गया था. हाल के दिनों में कांग्रेस ने जुझारू नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है. उत्तर प्रदेश का नेतृत्व बदलकर सूबे की सियासत में कांग्रेस ने नई करवट लाने का संकेत दिया है. अजय राय की परीक्षा की घड़ी लोकसभा का चुनाव होगा. लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे की नई टीम में प्रतिधिनित्व घटाने से समझा जा रहा है कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव में बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है.


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