UP News: समय पर ही होंगे उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनाव, जानिए कब हो सकता है तारीखों का ऐलान
UP Politics: यूपी में लखनऊ कानपुर, झांसी, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, मथुरा-वृंदावन, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, शाहजहांपुर, बरेली, गोरखपुर और अयोध्या में नगर निगम हैं.
Lucknow: उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव (UP Local Body Election) तय समय पर ही कराए जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक नगर निकाय चुनाव नवंबर के आखिरी हफ्ते में कराए जा सकते हैं. प्रदेश सरकार के सूत्रों के मुताबिक नवंबर के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है. राज्य सरकार ने चुनाव को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है.
उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. इस बार सभी 17 नगर निगमों में चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से कराए जाएंगे. इसे देखते हुए आयोग ने तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, ओडिसा, राजस्थान, बिहार, असम और झारखंड से करीब 50 हजार कंट्रोल यूनिट और 90 से हजार से अधिक बैलेट यूनिटें मंगाई हैं. नगर निकाय के 2017 के चुनाव में प्रदेश के 16 नगर निगमों में 26 हजार कंट्रोल यूनिट और 50 हजार बैलेट यूनिट का इस्तेमाल किया गया था.
उत्तर प्रदेश में कितने नगर निगम हैं
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर, झांसी, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, मथुरा-वृंदावन, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, शाहजहांपुर, बरेली, गोरखपुर और अयोध्या में नगर निगम है. पिछले चुनाव में प्रदेश में कुल 16 नगर निगम थे. इस बार इस सूची में शाहजहांपुर नगर निगम का नाम भी जुड़ गया है. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 2018 में शाहजहांपुर नगर पालिका को नगर निगम बना दिया था.
निर्वाचन आयोग की तैयारी
निर्वाचन आयोग 20 अक्टूबर के आस-पास मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान भी शुरू करने की तैयारी कर रहा है. हालांकि यह अभियान तभी शुरू हो पाएगा जब सरकार से परिसीमन के बाद वार्डों की सूची मिल जाएगी. अभी सरकार को सात-आठ नगरीय निकायों का सीमा विस्तार और करना है, इस कारण परिसीमन में भी विलंब हो रहा है.सरकार नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में 20 अक्तूबर के बाद और तेजी लाएगी. इसके तहत महापौर और चेयरमैन की सीटों और वार्डों के आरक्षण का काम शुरू होगा. इसके लिए वार्डों में रैपिड सर्वे का काम चल रहा है. यह काम पूरा होने के बाद वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. यह काम पूरा होने के बाद ही चुनाव का कार्यक्रम तय किया जाएगा.
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