लखनऊ, एबीपी गंगा। जनता कर्फ्यू के बाद अब राज्यों में तालाबंदी लागू की गयी है। उत्तर प्रदेश के 16 शहरों में 23 मार्च से लेकर 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इसका ऐलान किया। राज्य में इस तालाबंदी का असर दिखने लगा है। राजधानी लखनऊ में पुलिस सड़कों पर सक्रिय है। पुलिसकर्मी लोगों से घर पर ही रहने की अपील कर रहे हैं। आपात स्थिति में ही घर से निकलने की पुलिस अधिकारी लोगों को समझा रहे हैं।


कमिश्नर, डीएम समेत अन्य अधिकारी शहर भर का दौरा कर रहे हैं। सभी लोग जनता से सहयोग मांग रहे हैं। कुछ लोग अनावश्यक भी घरों से बाहर निकल रहे है। ऐसे लोगों को घर पर रहने के लिए समझाया जा रहा है। बैरिकेटिंग पर पुलिस कर्मी लोगों से ID कार्ड देखकर उन लोगों को जाने की अनुमति दे रहे हैं, जिनको सरकार ने एसेंशियल सर्विसेज में छूट दी है। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया की शहर में 10 हज़ार और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब ढाई हज़ार सफाई कर्मी सेनेटाइजेशन और सफाई के काम में लगे हैं। इसके लिए 40-40 लोगों की टीम बनाई गयी है। लखनऊ मंडल के कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने कहा की कोरोना से डरें नहीं, सावधानी से बचें। इसकी चेन को ब्रेक करने में सभी सहयोग करें।


प्रयागराज में दिखा जबरदस्त असर
संगम का शहर प्रयागराज भी यूपी के उन जिलों में शामिल है, जहां कोरोना वायरस के खतरे के चलते तीन दिनों का लाकडाउन किया गया है। यहां आज पहले दिन लाकडाउन का ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर बाकी सभी घर पर ही हैं। लाकडाउन की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। गलियां सूनी पडी हैं और घर बैठकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। प्रयागराज में आज सुबह जनता कर्फ्यू ख़त्म होने के बाद लोग कुछ देर के लिए सड़कों पर ज़रूर निकले। लोगों ने दूध -सब्जी व दूसरे ज़रूरी सामानों की खरीददारी की, लेकिन दिन चढ़ते ही पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी। तमाम चौराहों -सड़कों व रास्तों पर बैरीकेडिंग कर दी गई है। वैसे अगर प्रयागराज की बात करें तो यहां के लोग लाकडाउन का पूरी तरह समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह पता है कि यह सारी कवायद उनके जीवन को बचाने के लिए की जा रही हैं। इसीलिये लोग घर पर ही रहने का संकल्प लिए हुए हैं।


वाराणसी में तालाबंदी
वाराणसी में लॉकडाउन है और कुछ लोग बेवजह यहां निकल रहे हैं। आम जनता की भीड़ खतरे को बढ़ावा दे रही है। प्रशासनिक अमला सड़क पर लोगों को जागरूक कर रहा है लेकिन आम जनता को भी समझने की जरूरत है। आपको बता दें कि लॉक डाउन होने के बाद जरूरत के लिए दूध, किराना के साथ बैंक आदि खुलेंगे लेकिन प्रशासन की अपील है कि बहुत जरूरत हो तभी घर से निकले लेकिन आम जनता की सहभागिता जरूरी है और ये प्रशासन के लिए बड़ा चैलेंज है।


नोएडा में धारा 144 लागू


लॉकडाउन के चलते नोएडा-दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं, क्योंकि शहर में धारा 144 भी लागू है। लेकिन फिर भी लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं और इनसे निपटना पुलिस के लिए सरदर्द भी बन गया है। सबसे ज्यादा दिक्कत DND टोल पर है, जहां नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने वालों का जमावड़ा लगा है। पुलिस के आलाधिकारी उन्हें समझाने में लगे हैं। उनका कहना है कि हम सभी इमरजेंसी वाहनों को जाने दे रहे हैं लेकिन लोग घर से घूमने के लिए निकल रहे हैं, जो गलत है। हम उन्हें समझा रहे हैं और बता रहे हैं कि इस महामारी से निपटना हम सबकी जिम्मेदारी।


ताज नगरी में सेक्टर स्कीम


आगरा एसएसपी बबलू कुमार ने लॉक डाउन के लिए शहर में सुरक्षा प्लान तैयार किया है। शहर को तीन सुपर जोन, 6 जोन और 15 सेक्टर में बांटा गया है।
200 से अधिक स्थानों पर 24 घंटे के लिए पुलिस की तैनाती की गयी है। जिले की सभी सीमाएं अस्थाई रूप से सील कर दी गई हैं। किसी को भी बिना जांच के आगरा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।


कानपुर में सड़कों पर दिखी रही है भीड़


यूपी की उद्योग नगरी कानपुर में लोगों की आवाजाही पर लॉकडाउन का ज्यादा असर नहीं दिख रहा हैं। बाजारों में बेवजह लोग भीड़ लगा रहे हैं। खासकर सब्जी मंडी में अफरातफरी का माहौल दिखा। हालांकि पुलिस लगातार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है।