नई दिल्ली, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये सरकार एक तरफ सभी से घर में रहने की अपील कर रही है लेकिन दिल्ली के आनंद विहार से आ रही तस्वीरों ने सरकार की नींद उड़ा दी है। यहां हजारों लोग अपने गंतव्य जाने के लिये बसों का सहारा लेने पहुंच रहे हैं, हालांकि मौजूदा वक्त में बसों का संचालन बंद है। एक अनुमान के मुताबित उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों से रोजगार के लिये दिल्ली आये दिहाड़ी मजदूर लाखों की तादात में पलायन कर रहे हैं। देश में 21 दिन का लॉक डाउन है, ट्रेन-बस आवागमन के सभी साधन बंद हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलायन करने वाले लोगों से अपील भी की है कि वे जहां हैं वहीं रुके रहें, हमने सभी इंतजाम किये हैं। लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है।
आपको बता दें कि प्रवासी मजदूरों का पलायन पिछले तीन दिनों से जारी है, लेकिन शनिवार को यह संख्या काफी बढ़ गई। शनिवार को एनएच-9 हो या कोई दूसरा मार्ग, लोग सामान व परिवार के साथ चले जा रहे थे। कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग के इस दौर में ऐसे हालात भयावह हैं। कमोवेश यही हाल गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत का भी था। पलायन करने वालों में उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व नेपाल के लोग भी शामिल हैं। वे 40-40 किलोमीटर पैदल चलकर आनंद विहार बस अड्डा पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न राज्यों में काम करने वाले यूपी के लोग आजीविका वाले स्थान पर रहें। यात्रा उन्हें व परिवार सहित अन्य लोगों को खतरे में डाल सकती है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने चलाईं एक हजार बसें
उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों को उनके शहरों तक भेजने के लिए बसों की सुविधा मुहैया कराई है, लेकिन भीड़ के सामने यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। अफसरों ने बताया कि कुल तीन हजार बसें चलाने के निर्देश हुए हैं। अभी एक हजार बसें चलाई जा रही हैं। आनंद विहार बस अड्डे के बाहर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस तैनात है। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ रहा है।