Lucknow Murder Case: 10 दिन से लापता लोहिया अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी श्रीराम यादव की हत्या का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर 5 लोगो को सलाखों के पीछे भेज दिया. पुलिस के मुताबिक 18 दिसम्बर 2021 की शाम से श्रीराम यादव गायब थे और अगले ही दिन उसकी गुमशुदगी की एफआईआर थाने में दर्ज की गई थी लेकिन कार्यवाई न होने के चलते पुलिस के खिलाफ लोहिया अस्पताल के कर्मचारी सड़को पर पैदल मार्च निकालने लगे. तभी पुलिस अफसरों की सक्रियता बढ़ी और मामले की जांच के लिए डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम को लगाया गया.
मामला हैरान करने वाला
मामले की जांच शुरू हुई तो हैरान कर देने वाला किस्सा सामने आया. पुलिस के मुताबिक मृतक श्रीराम यादव की गुमशुदगी के दिन ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी संगीता और उसके आशिक अविशिष्ट कुमार ने रची थी. अविशिष्ट के साथी संतोष, सुशील और उसकी प्रेमिका कुंती ने भी उसका इस अपराध में साथ दिया.
प्रेम का मामला था
मृतक श्रीराम यादव और अविशिष्ट के बीच 10 साल पहले की दोस्ती थी. मुख्य अभियुक्त अविशिष्ट पेशे से बाराबंकी जिले में राजकीय पॉलीटेक्निक जहांगीराबाद में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है और अक्सर उसका आना जाना उसके घर होता रहता था. साल 2016 अचानक श्रीराम की पत्नी से उसका प्रेम हो गया और धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ती चली गयीं और दोनों के बीच गहरा प्यार हो गया.
पति की हत्या के लिए पत्नी का प्लान
प्यार के बीच रोड़ा बन रहे अपने पति श्रीराम को हटाने के लिए संगीता ने अपने प्रेमी प्रोफेसर के साथ मिलकर प्लान बनाया और तब शुरू हुई ये खौफनाक कहानी. मृतक श्रीराम यादव अपनी एसेंट कार बेचना चाहता था और इसी का फायदा उठा कर हत्या की प्लानिंग रची गयी. तभी मुख्य अभियुक्त अविशिष्ट कुमार के साथी संतोष, सुशील और कुंती को गाड़ी का कस्टमर बनाकर भेजा तभी उसकी कार कुछ दूरी तक चलाने के नाम पर इंदिरा नहर के किनारे ले गए और कार में ही श्रीराम यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. इसके बाद उसकी लाश को इंदिरा नहर में फेंक दिया गया
हथियार बरामद
इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए अविशिष्ट कुमार ने अपने सहियोगी को 5 लाख रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया था. जिसमें से उसने 1 लाख एडवांस, तमंचा और पिस्टल भी दिया था. पुलिस ने मृतक की पत्नी संगीता,अविशिष्ट कुमार, संतोष कुमार, सुशील कुमार और कुंती को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 32 बोर का एक तमंचा, 32 बोर की अवैध पिस्टल, 7 कारतूस और एक जिंदा खोका बरामाद किया है. पुलिस असलहा सप्लाई कराने वाले इनके अन्य सहयोगी डीके सिंह की तलाश कर रही है.
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