UP Lok Sabha Chunav 2024: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में एलान किया कि उनकी पार्टी 65 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. उनके बयान से यह संकेत मिले कि बाकी की 15 सीटें पर राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं. हालांकि सपा नेता ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनकी पार्टी कौन सी सीट पर चुनाव लड़ेगी और किसे गठबंधन के साथियों के लिए छोड़ेगी.
आइए हम आपको साल 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों के आधार पर बताते हैं कि सपा किन 65 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. दीगर है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा और सपा ने महगठबंधन कर चुनाव लड़ा था. उस वक्त दोनों ने मिलकर 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था.
पहले तो बात उन सीटों की करते हैं जो सपा ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लड़ा था.
सपा के टिकट पर वर्ष 2019 के आम चुनाव में मुरादाबाद से एसटी हसन, रामपुर से आजम खान, संभल से शफीकुर्रहमान बर्क , मैनपुरी से दिवंगत मुलायम सिंह यादव और आजमगढ़ से अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की थी. ऐसे में यह तो तय है कि सपा ये पांच सीटें नहीं छोड़ेगी.
इसके अलावा सपा उन 31 सीटों पर भी चुनाव लड़ सकती है जिसमें वह साल 2019 के चुनाव में नंबर 2 पर थी. इन सीटों में कैराना,गाजियाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, खीरी, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, कन्नौज, झांसी, बांदा, कौशांबी, फूलपुर, इलाहाबाद, बाराबंकी, फैजाबाद, गोंडा, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, बलिया, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और रॉबर्ट्सगंज सीट शामिल है.
RLD और कांग्रेस के हिस्से क्या आएगा?
सपा उन सीटों पर भी चुनाव लड़ सकती है जिन पर गठबंधन के वक्त के बसपा के प्रत्याशी मैदान में थे. इसमें सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, लालंगज, घोसी, जौनपुर, गाजीपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, आंवला, शाहजहांपुर, धौरहरा, सीतापुर, मिश्रिख, मोहनलालगंज, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फर्रूखाबाद, अकबरपुर, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, कैसरगंज, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, मछलीशहर और भदोही शामिल है.
मौजूदा समीकरण के आधार पर अगर रालोद और कांग्रेस की बात करें तो दोनों 10 के आसपास सीटें मांग रहे हैं. साल 2019 के चुनाव में रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था. इसमें मुजफ्फरनगर, बागपत और मथुरा शामिल है. इसके अलावा कांग्रेस ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें अमेठी, रायबरेली, फतेहपुर सीकरी और कानपुर शामिल है.इन सभी सीटों पर रालोद और कांग्रेस क्रमशः नबंर 2 पर थे. 2019 के गठबंधन के आधार पर अगर बसपा और सपा दोनों की सीटें जोड़ दें तो कुल सीटों की संख्या 73 पहुंच जाएगी. हालांकि अखिलेश 65 पर ही लड़ने की बात कर रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि अखिलेश कौन सी 8 सीटें गठबंधन के अन्य साथियों के लिए छोड़ते हैं.