(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
NDA नेताओं की बैठक में बोले PM मोदी, EVM पर हंगामा गैर-जरूरी विवाद
नतीजों से पहले मंगलवार को एनडीए नेताओं को पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने डिनर पार्टी दी। इससे पहले हुई बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे ईवीएम के मुद्दे पर कहा कि ये हंगामा गैर-जरूरी विवाद है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। 23 मई को लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने से पहले मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए नेताओं के साथ डिनर किया। इस डिनर पार्टी में एनडीए में शामिल सभी प्रमुख दलों के नेता शामिल हुए। जिन्होंने एक बार फिर मोदी पर भरोसा जताया। इससे पहले बीजेपी नीत एनडीए नेताओं की बैठक भी हुई। जिसमें पीएम मोदी ने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर हंगामा करने के मुद्दे पर कहा कि ये हंगामा गैर-जरूरी विवाद है।
बैठक में ये प्रस्ताव हुआ पास
डिनर से पहले हुई बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। जिसमें कहा गया कि एनडीए सच्चे अर्थों में भारत की विविधता और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। ये भारत के 130 करोड़ लोगों के सपनों और आकांक्षाओं का गठबंधन है और पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की कार्यशैली में यह स्पष्ट रूप से दिखता है।
प्रस्ताव में क्या कहा गया
इस प्रस्ताव में कहा गया कि वर्तमान में एनडीए भारतीय राजनीति का प्रमुख स्तम्भ बन चुका है। एनडीए के घटक दलों के प्रस्ताव में उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, आयुष्मान योजना, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने समेत अन्य कल्याण योजनाओं का जिक्र करते हुए इसकी सराहना की गई। साथ ही, प्रस्ताव में वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ संकल्प भी लिया गया। इसमें कहा गया कि सरकार की जन कल्याण योजनाओं ने लोगों को सशक्त बनाया है। साथ ही, विपक्ष के हमलों और पश्चिम बंगाल में हिंसा की निंदा की गई।
EVM पर हो रहे हंगामे पर जताई चिंता
इस बैठक में विपक्ष द्वारा ईवीएम को लेकर किए जा रहे हंगामे पर भी चिंता जताई गई। कहा गया कि ये विपक्ष द्वारा उठाया जा रहा अनावश्यक मुद्दा है।
NDA नेताओं ने की पीएम के विजन की तारीफ
वहीं, एनडीए के सभी नेताओं ने इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के विजन और उनके नेतृत्व की तारीफ की।
बैठक में चुनाव को लेकर बोले मोदी
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने बहुत चुनाव देखे हैं, लेकिन यह चुनाव राजनीति से परे है। जनता तमाम तरह की दीवारों को लांघ कर ये चुनाव को लड़ रही थी। मैंने कई विधानसभा चुनाव और पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान में हिस्सा लिया है लेकिन इस बार का चुनाव प्रचार मुझे ऐसा लगा कि जैसे तीर्थयात्रा हो।
बैठक में कौन-कौन शामिल हुआ?
बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीसामी शामिल हुए। वहीं, शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल ने किया।
क्या कहता है एग्जिट पोल
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तकरीबन सभी एक्जिट पोल के नतीजे कहते हैं कि एक बार फिर से बीजेपी नीत एनडीए बहुमत से केंद्र में सरकार बनाने जा रहा है। एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी नीत गठबंधन को 272 के जादुई आंकड़े को पार कर रहा है। एबीपी न्यूज़ नीलसन के मुताबिक, एनडीए को 277 सीटें मिलती दिख रही है। यूपीए को 130 और अन्य के खाते में 135 सीटें जाती दिख रही है।
जानिए, एनडीए में कौन-कौन पार्टियां शामिल ?
- बीजेपी के गठबंधन में 40 के करीब छोटी-बड़ी पार्टियां शामिल
- अहम सहयोगी दलों में नीतीश कुमार की जेडीयू शामिल। हालांकि, 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ी थी।
- दूसरी सबकी बड़ी सहयोगी शिवसेना 2014 में शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर 18 सीटें जीती थी।
- इस बार के दक्षिण भारत से AIADMK बीजेपी के साथ है। 2014 में AIADMK ने 36 सीटें जीती थी। इस बार बीजेपी, एआईएडीएमके, पीएमके, डीएमडीके के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
- पुरानी सहयोगी सुखबीर सिंह बादल की पार्टी अकाली दल भी बीजेपी के साथ है।
- रामविलास पासवान की लोजपा 2014 की तरह इस बार भी बीजेपी के साथ है।
- अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल भी बीजेपी के साथ।
- प्रफुल्ल महंता की पार्टी असम गण परिषद बीजेपी के खेमे में है।