रायबरेली,एबीपी गंगा। कभी कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के बगलगीर माने जाने वाले दिनेश प्रताप सिंह ने आज उन्हीं के खिलाफ ताल ठोक दी है। उप मुख्यमंत्री के साथ सोनिया गांधी के खिलाफ़ आज दिनेश ने सिर्फ नामांकन ही नहीं किया बल्कि सोनिया को टक्कर देने वाला रोड शो भी किया। दिनेश के साथ उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के साथ गुजरात के गोवर्धन झपड़िया भी थे।


इस बार लोकसभा चुनाव में एक खास दिलचस्पी दिखाई पड़ रही है। सोनिया गांधी को कभी उनके ही खासमखास रहे दिनेश प्रताप सिंह ही टक्कर दे रहे है। एक लम्बा अरसा दिनेश ने कांग्रेस में बिताया और गांधी परिवार का कोई भी सदस्य अगर रायबरेली में है तो बिना दिनेश के नहीं चलता था । लेकिन कुछ रस्साकसी को लेकर दिनेश का कांग्रेस से मोह भंग हुआ और बीते 21 अप्रैल 2018 को दिनेश ने कमल का फूल हाथ में लेकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में बीजेपी का हाथ थाम लिया।


तब से लगातार सोनिया गांधी , प्रियंका गांधी व राहुल गांधी पर दिनेश प्रहार करते रहे। अंत में बीजेपी ने दिनेश को सोनिया का प्रतिद्वंद्वी बनाकर सोनिया के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व गोवर्धन झापड़िया के साथ रोड शो करते दिनेश प्रताप सिंह ने आज सोनिया गांधी विरुद्ध नामांकन दाखिल कर दिया।


सुपर मार्केट से डिग्री कालेज चौराहे तक उप मुख्यमंत्री के साथ रोड शो हुआ।रोड शो में लगभग 9 हजार लोग मौजूद थे। चिलचिलाती धूप व गर्मी में भी लोग रोड शो में लोग शामिल हुए। दिनेश शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि रायबरेली में गांधी परिवार की विरासत वाली जीत का यह आखिरी चुनाव है। इस चुनाव से हार का शिलशिला शुरू हो जाएगा। जनता पूंछेगी विकास क्यों नहीं हुआ। इस बार अमेठी भी जा रहा है और रायबरेली भी।


वही प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने कहा रायबरेली की जनता स्थायी सांसद चाहती है। सोनिया गांधी पिछले पांच सालों में मात्र 6 बार आयी। अगर जीतेगी तो 2019 के बाद अब सीधे 2022 में ही आएंगी।